आज हम आप को दांत के दर्द का रामबाण इलाज के बारे में बताएंगे की कैसे आप दांत के दर्द से आराम पा सकते हैं। क्योंकि आज के समय में लगभग हर व्यक्ति किसी न किसी भी उम्र में दांत दर्द की समस्या से गुजरता है। ऐसी समस्या होती है जिसमें असहनीय पीड़ा का आभास होता है तथा दांत दर्द होने के कारण विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।
जैसे दांत दर्द होने के कारण हम खाना पीना नहीं कर पाते हैं, जिसके कारण हमारे शरीर में ही विभिन्न प्रकार की कमजोरी हो जाती है। दांत दर्द यदि लंबे समय से हो रहा है तो उसके कारण मुंह के कैंसर होने का खतरा भी बना रहता है। दांत के दर्द होने के विभिन्न प्रकार के कारण हो सकते किंतु मुख्य रूप से दांत का दर्द खाना खाने के बाद सही से ब्रश ना करना या फिर रात को सोने से पहले नियमित रूप से ब्रश ना करने के कारण होता है।
लोग रात को खाना खाने के बाद कोई मीठी खाद्य पदार्थ खाते हैं तथा सही से ब्रश या कुल्ला नहीं करते हैं, जिसके कारण दांतों में सड़न होने लगती हैं तथा सडन के कारण दांतों में दर्द हो जाताहै। हम आपको दांत दर्द की समस्या से बचने के लिए दांत के दर्द का रामबाण इलाज की जानकारी देंगे जिससे आप दांत में दर्द होने की समस्या से बचे रह सकते हैं।
दांत दर्द होने के कारण
दांत दर्द होने का मुख्य कारण दांतो के आसपास कीटाणुओं के कारण संक्रमण हो जाता है। जिससे दांतों में दर्द उत्पन्न होने लगता है। यदि हमारे दांतों की साफ-सफाई सही समय पर नहीं की जाती है, और उसमें लगातार कीटाणुओं का हमला होता रहता है जिससे हमारे दांतो के आसपास घाव तथा इंफेक्शन हो जाते हैं, तथा कुछ समय पश्चात दांतों में कीड़ा लग जाता है। दांतों में कीड़ा लगने के कारण दांत कमजोर हो जाते हैं क्योंकि कीड़ा दांतो की नसों को कमजोर कर देता है। जिसके कारण हमारे दांतो के आसपास खून आने लगता है तथा दात कमजोर हो जाते हैं दांत दर्द होने के निम्नलिखित कारण भी हो सकते हैं।
- दांतों की ऊपरी परत इनेमल की कमजोरी के कारण।
- दांतों में कीड़ा लग जाने के कारण।
- कैल्शियम की कमी हो जाने के कारण।
- बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाने के कारण।
- दांतों में किसी प्रकार की चोट लग जाने के कारण।
- समय पर दांतो की सफाई ना होने के कारण।
- दांतों के मसूड़ों की नसों में इंफेक्शन हो जाने के कारण।
- दांतों में गन्दगी और सडन के इकट्ठा होने के कारण।
दांतों में दर्द होने के लक्षण
दांतों में दर्द होने के कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होते हैं। आपके दांत कमजोर हो गए हैं और उन में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो रही हैं तो इसका मतलब है कि आपको कुछ समय पश्चात आपके दातों में दर्द तथा विभिन्न प्रकार की समस्याएं होने लगेंगी दांतों में दर्द होने के पूर्व निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं।
- कुछ भी चबाते समय दांतों में दर्द होना या झनझनाहट महसूस होना।
- ठंडा या गर्म खाने पर संवेदनशीलता महसूस होना।
- दांतों से खून आना और मसूड़ों की पकड़ कमजोर पड़ना।
- जबड़े में और चेहरे पर सूजन आना।
- ठंडा पानी पीने पर दांतों में झनझनाहट का अनुभव होना।
- कभी-कभी दोस्तों के आसपास खून का दिखाई देना।
- मुह से विशेष प्रकार की बदबू का आना।
दांत के दर्द का रामबाण इलाज
यदि आपको दांतो के दर्द से समस्या हो रही है या आपके दांतों में कीड़ा लग गया है जिसके कारण आपको विशेष प्रकार के दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तथा आप दांत दर्द की असहनीय पीड़ा से परेशान हो रहे हैं, तो आज हम आपको कुछ दांत दर्द की दवा की जानकारी देंगे जिनका प्रयोग करके आप दांतों में हो रहे दर्द का इलाज कर सकते हैं। आज हम आपको दांत के दर्द की एलोपैथिक आयुर्वेदिक तथा कुछ घरेलू नुस्खा की जानकारी देंगे जिससे आप अपने दांतो के दर्द को दूर कर सकते हैं।
- दांत के दर्द की आयुर्वेदिक दवा।
- अंग्रेजी दांत दर्द की दवाई।
- दांत दर्द के घरेलू उपाय।
दांत के दर्द की आयुर्वेदिक दवा
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति भारत की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का वर्णन भारतीय वेद पुराणों में भी मिलता है। भारतीय चिकित्सा पद्धति प्राचीन समय से विभिन्न प्रकार के रोगों का इलाज आयुर्वेदिक दवाइयों से करती आ रही है। आयुर्वेदिक दवाइयों में विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों पेड़ पौधों आदि का प्रयोग किया जाता है। जो प्रकृति में पाए जाते हैं प्राचीन चिकित्सा पद्धति का अनुसरण करते थे पतंजलि आयुर्वेद दिव्य फार्मेसी की सहायता से विभिन्न प्रकार की दवाओं का निर्माण किया है। विभिन्न प्रकार की दवा में पतंजलि आयुर्वेद में दांत दर्द के लिए कुछ दवाइयां तथा मंजन का निर्माण किया है, जिन के द्वारा हम अपने दांत के दर्द को ठीक कर सकते हैं। यह दवाइयां निम्नलिखित हैं
- दन्त कान्ति मंजन
- दन्त कान्ति टूथ पेस्ट
- दिव्य दन्त मंजन
- खादिरादी वटी
- त्रिफला चूर्ण
- दिव्यधारा
दन्त कान्ति मंजन
दंत कांति मंजन में अपरकरा, अपामार्ग, हल्दी, मुलेठी, बबूल, लोंग, काली मिर्च, अदरक, नीम आदि विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तत्व मिले होते हैं। जिन के मिश्रण से दंत कांति मंजन का निर्माण किया जाता है। दंत कांति मंजन हमारे दांतों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को ठीक करता है। दंत कांति मंजन से हमारे दांतो में दर्द जैसे समस्याएं समाप्त हो जाती है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से दंत कांति मंजन का प्रयोग करना चाहिए जिससे उनके दांतो में होने वाले दर्द की समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी।
दंत कांति मंजन के फायदे
- दंत कांति मंजन के नियमित प्रयोग से दांतों में कीड़ा नहीं लगता है।
- दंत कांति मंजन पर प्रयोग से दांतों में दर्द जैसी समस्या समाप्त हो जाती है।
- दांतों में होने वाली झुनझुनाहट छुट्टी करने के लिए नियमित रूप से दंत कांति मंजन करना चाहिए।
- दांतो की साफ सफाई के लिए नियमित रूप से ब्रश के साथ दंत कांति मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
- दंत कांति मंजन दांतो की ऊपरी परत इनेमल को मजबूत बनाता है।
- दंत कांति मंजन करने से दांतो की जड़ें मजबूत रहती हैं।
- मसूड़ों में खून की समस्या आने पर दंत कांति मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
दन्त कान्ति टूथ पेस्ट
दंत कांति टूथपेस्ट पतंजलि आयुर्वेद द्वारा बनाए गए या दांत के लिए एक मंजन है। जो कि पेस्ट के रूप में होता है दंत कांति मंजन तथा दंत कांति टूथपेस्ट में सभी प्रकार की समानता पाई जाती है, किंतु दंत कांति मंजन पाउडर के रूप में होता है तथा दंत कांति टूथपेस्ट पेस्ट के रूप में होता है। जिसका प्रयोग ब्रश के साथ मंजन करने के लिए किया जाता है दंत कांति टूथपेस्ट दांत दर्द की समस्या को दूर करता है, तथा दांतों में विभिन्न प्रकार के अन्य समस्याओं को भी दूर करता है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से सुबह तथा रात को सोने से पहले प्रेस में लेकर दंत कांति टूथपेस्ट का प्रयोग दांतों में करना चाहिए। जिससे हमारे दांत साफ हो जाते हैं और उसमें रात को किसी भी प्रकार की बैक्टीरिया का प्रकार प्रभाव नहीं होता है।
दंत कांति टूथपेस्ट के फायदे
- दांतों में दर्द को दूर करने के लिए नियमित रूप से दंत कांति टूथपेस्ट का प्रयोग करना चाहिए।
- जिन व्यक्तियों में ठंडा गरम पानी दांतो में लगता है उनको दैनिक रूप से दंत कांति टूथपेस्ट का प्रयोग करना चाहिए।
- दांतों के मसूड़ों से खून आने की समस्या को दूर करने के लिए दंत कांति टूथपेस्ट का प्रयोग करना चाहिए।
- दांतों की झनझनाहट दूर करने के लिए नियमित रूप से दंत कांति टूथपेस्ट का प्रयोग करना चाहिए।
- यदि आप नियमित रूप से दंत कांति टूथपेस्ट का प्रयोग करते हैं तो आपके दांत तथा मसूड़े मजबूत रहेगे।
- दांतों में मसूड़ों से खून आने की समस्या को दूर करने के लिए नियमित रूप से दंत कांति टूथपेस्ट का प्रयोग। करना चाहिए।
दिव्य दन्त मंजन
पतंजलि द्वारा निर्मित दिव्य दंत मंजन दांत के दर्द का रामबाण इलाज। दांतों के विभिन्न प्रकार की समस्याओं के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। यदि दांतों में तथा मसूड़ों में दर्द होता है तो दिव्य दंत मंजन के नियमित प्रयोग से दांत दर्द को ठीक किया जा सकता। दिव्य दंत मंजन में कपूर, लौंग, काली मिर्च, मायाकाल, नीम, अदरक, काला नमक, पिपरमेंट, बबूल आदि विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों का मिश्रण होता है। जिनके प्रयोग से दिव्य दंत मंजन का निर्माण किया जाता है। दिव्य दंत मंजन दातों की सभी समस्याओं को जड़ से समाप्त कर देता है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या रहती है उन को नियमित रूप से दिव्य दंत मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
दिव्य दंत मंजन के फायदे
- दिव्य दंत मंजन दांतो के दर्द को दूर करता है।
- जिन व्यक्तियों में दांतो के मसूड़े कमजोर होते हैं उनको दैनिक दिव्य दंत मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
- मसूड़ों में बैक्टीरिया के इन्फेक्शन को दूर करने के लिए दिव्य दंत मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
- मुंह से आने वाली बदबू को दूर करने के लिए दैनिक रूप से दिव्य दंत मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
- दातों में लगने वाले कीड़े को हटाने के लिए नियमित रूप से दिव्य दंत मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
- दांतों में ठंडे गरम पानी की समस्या को दूर करने के लिए नियमित रूप से दिव्य दंत मंजन का प्रयोग करना चाहिए।
खादिरादी वटी
दांत के दर्द का रामबाण इलाज के लिए दिव्य खदिरादि वटी का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। खदिरादि वटी में
कपूर, सुपारी,कत्था , कबाब चीनी, आदि विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तत्वों का मिश्रण होता है। जो दांत दर्द के समस्या को ठीक करने के लिए उपयुक्त होता है। यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो दांत दर्द के साथ-साथ पेट दर्द, टॉन्सिल, लैरिंजाइटिस, आदि को भी जड़ से समाप्त कर देती है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या रहती है उनको दैनिक रूप से दिव्य खदिरादि वटी का प्रयोग करना चाहिए। जिसके प्रयोग से दर्द की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।
दिव्य खदिरादि वटी के फायदे
- दिव्य खदिरादि वटी का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है।
- जिन व्यक्तियों में दांत दर्द तथा पेट दर्द की समस्या रहती है उनको दैनिक रूप से खदिरादि वटी का प्रयोग करना चाहिए।
- टॉन्सिल की समस्या को दूर करने के लिए खदिरादि वटी का प्रयोग किया जाता है।
- विभिन्न प्रकार के शरीर के दर्द को दूर करने के लिए खदिरादि वटी का प्रयोग किया जाता है।
- जिंजिवाइटिस की समस्या को दूर करने के लिए मुख्य रूप से खदिरादि वटी का प्रयोग किया जाता है।
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला चूर्ण पतंजलि आयुर्वेद द्वारा बनाया गया एक आयुर्वेदिक मिश्रण है जिसमें हरड़ बहेड़ा तथा आंवला के साथ-साथ काला नमक तथा अन्य कुछ आयुर्वेदिक तत्व मिश्रित होते हैं इसका प्रयोग मुख्य रूप से पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। लेकिन जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या रहती है उनको दैनिक रूप से त्रिफला चूर्ण का प्रयोग दांतो को मंजन के रूप में किया जाता है। त्रिफला चूर्ण का प्रयोग यूरिक एसिड की रामबण दवा के रूप में किया जाता है। जिसके दैनिक प्रयोग से दांतों में होने वाले दर्द की समस्या से राहत मिलती है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से त्रिफला चूर्ण के पाउडर से दांतों में मसाज करनी चाहिए जिससे दांतो के बैक्टीरिया समाप्त हो जाते हैं, और दांत दर्द में राहत मिलती है।
त्रिफला चूर्ण का प्रयोग तथा फायदे
- त्रिफला चूर्ण का प्रयोग दांत दर्द में मंजन के रूप में किया जाता है।
- त्रिफला चूर्ण का प्रयोग पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
- त्रिफला चूर्ण का प्रयोग पेट में कब्ज गैस तथा अपच को दूर करने के लिए किया जाता है।
- जिन व्यक्तियों में शारीरिक कमजोरी होती है उनको दैनिक रूप से त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करना चाहिए।
- त्रिफला चूर्ण को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर कुल्ला करने से दांत दर्द की समस्या दूर हो जाती है।
दिव्य धारा
दिव्य धारा पतंजलि आयुर्वेद का एक उत्पाद है जिसका प्रयोग दांत दर्द की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। पतंजलि आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों को मिलाकर दिव्य धारा का निर्माण किया है दिव्य धारा बनाने के लिए आपको कोई स्पेशल चीज की जरूरत नहीं है। इसके लिए एक बाउल में 1 चम्मच पिपमिंट, एक चम्मच अजवाइन शत और थोड़ी सी शुद्ध कपूर डालकर मिला लें। इसके साथ ही इसमें 1 चम्मच लौंग या यूके लिपटिस तेल डालकर मिला लें। थोड़ी देर के लिए छोड़ दें तथा थोड़ी देर बाद इसका प्रयोग किया जा सकता है। दिव्य धारा का प्रयोग मुख्य रूप से दांत के दर्द की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है इसके साथ साथ या अन्य विभिन्न प्रकार की समस्याओं को ठीक करता है।
दिव्य धारा के उपयोग तथा फायदे
- दिव्यधारा का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है।
- दिव्यधारा का प्रयोग खांसी तथा दमा को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।
- जिन व्यक्तियों में सिरदर्द की समस्या होती है उनको दिव्य धारा का प्रयोग करना चाहिए।
- शरीर में होने वाले विभिन्न प्रकार के दर्द को ठीक करने के लिए दिव्यधारा का प्रयोग किया जाता है।
अंग्रेजी दांत दर्द की दवाई
दांत दर्द की ऐसी गंभीर समस्या है जिसके कारण व्यक्ति थोड़े समय में ही बहुत ज्यादा परेशान हो जाता है क्योंकि दांत का दर्द बहुत ही असहनीय दर्द होता है जो व्यक्ति दांत के दर्द से परेशान होता है। उसको बहुत अधिक पीड़ा होती है ऊपर कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के नाम बताए गए हैं जो दांत दर्द किए लाभदायक है किंतु कुछ व्यक्तियों को आयुर्वेदिक दवाइयों के प्रभाव होने में समय लगता है। ऐसे व्यक्ति जो दांत दर्द की समस्या से तुरंत राहत पाना चाहते हैं। उनके लिए नीचे कुछ अंग्रेजी दवाओं के नाम दिए गए हैं जिनके प्रयोग से दांत दर्द की समस्या को ठीक किया जा सकता है। यह अंग्रेजी दवाइयां निम्नलिखित हैं
- एस्पिरिन
- आईब्रूफेन
- एसिटामिनोफेन (टाएलेनॉल)
- इबप्रोफेन (ऐडविल)
- हैड्रोजन परऑक्साइड
- एसिक्लोफेनाक
- डोलोफ्रेश
एस्पिरिन
एस्पिरिन का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। ज़्यादातर लोग इस ऐस्पिरिन को डिस्प्रिन के नाम से जानते हैं. ऐस्पिरिन को डिस्प्रिन के अलावा एकोस्प्रिन के नाम से भी जाना जाता है। ये दवा दर्द को कम करती है, बुखार में काम आती है, हार्ट अटैक को रोकती है और कैंसर में भी मददगार साबित होती है। लेकिन इसका ज़्यादा सेवन भी खून का पतला कर देता है जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है उन को दैनिक रूप से एस्पिरिन का प्रयोग करना चाहिए दांत दर्द के साथ साथ मसूड़ों में कीड़ों की समस्या तथा दांतों में झनझनाहट को दूर करने के एस्पिरिन का प्रयोग किया जाता है।
आईब्रूफेन
आईब्रूफेन का प्रयोग दांतों में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में दांतो के दर्द जैसी समस्याएं होती हैं, उनको आईब्रूफेन दवा का प्रयोग करना चाहिए यह कुछ विशेष रासायनिक संदेशवाहकों को मुक्त होने से रोकता है जिनके कारण बुखार, दर्द और सूजन आदि को दूर करता है। आईब्रूफेनविभिन्न प्रकार के दर्द के साथ-साथ दांत के दर्द के लिए रामबाण औषधि है दांत के दर्द का रामबाण इलाज के लिए आईब्रूफेन का प्रयोग करना चाहिए।
एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल)
एसिटामिनोफेन का प्रयोग मुख्य रूप से दांत दर्द की समस्या को दूर करने के लिए या किया जाता है। दांत दर्द की समस्या के साथ इसका का प्रयोग बुखार तथा अन्य समस्याओं के लिए भी किया जाता है।आमतौर पर एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) का इस्तेमाल दर्द और बुखार के दौरान उससे राहत पाने के लिए किया जाता है। इसके उपयोग से सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, गठिया, पीठ दर्द, दांत दर्द, जुकाम और बुखार जैसी कई स्थितियों का इलाज किया जाता है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से दांत दर्द होने पर एसिटामिनोफेन टेबलेट का प्रयोग करना चाहिए जिससे दांत दर्द के साथ साथ अन्य विशेष प्रकार के दर्द से राहत मिलती है।
इबूप्रोफेन (ऐडविल)
इबूप्रोफेन का प्रयोग दांत के दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है। दांत के दर्द के साथ साथ इबूप्रोफेन (Ibuprofen) दर्द और सूजन के प्रबंधन के लिए निर्धारित है। इसका उपयोग सूजन संबंधी बीमारियों और संधिशोथ रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है। जिसमें किशोर संधिशोथ, हल्के से मध्यम दर्द, बुखार, कष्टार्तव, गठिया, एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस और तीव्र माइग्रेन सिरदर्द शामिल हैं। जिन व्यक्तियों में दांत से संबंधित दर्द की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से इबूप्रोफेन टेबलेट का प्रयोग दर्द की समस्या को दूर करने के लिए करना चाहिए।
हैड्रोजन परऑक्साइड
हाइड्रोजन पराक्साइड का प्रयोग दांत के दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है। हाइड्रोजन पेरोक्साइड (Hydrogen Peroxide) एक एंटीसेप्टिक समाधान है जो ज्यादातर रंगहीन तरल होता है। और इसका उपयोग निर्जलीकरण उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है। इसमें उपयोग की एक विस्तृत श्रृंखला है, जिसमें से प्रमुख त्वचा के लिए एंटीसेप्टिक के रूप में हैं और मुंह कुल्ला के रूप में किया जाता है। जिन व्यक्तियों ने दांत दर्द की समस्या होती है उनको हाइड्रोजन पराक्साइड का प्रयोग रुई के भी है के साथ दांत में लगाना चाहिए तथा कुछ समय बाद साफ पानी से कुल्ला करना चाहिए इससे दांत दर्द की समस्या दूर हो जाती है।
एसिक्लोफेनाक
एसिक्लोफेनाक का प्रयोग मुख्य रूप से दांत दर्द के निवारण के लिए किया जाता है। आर्थराइटिस या अंक्य्लोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस से ग्रस्त वयस्क मरीजों को दर्द और सूजन से राहत प्रदान करता है जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होते हैं उनको दैनिक रूप से एसिक्लोफेनाक टेबलेट का प्रयोग करना चाहिए जिससे दांत दर्द के साथ-साथ बुखार तथा विभिन्न प्रकार के दर्द से आराम मिलता है एसिक्लोफेनाक को भोजन के साथ लें; भोजन करते समय लेना उत्तम है। यह आपके पेट में बदहजमी या जलन उत्पन्न होने से रोकने में मदद करेगा।
डोलोफ्रेश
डोलोफ्रेश का प्रयोग दांत के दर्द का रामबाण इलाज की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। डोलोफ्रेश दांत दर्द मसूड़ों में दर्द तथा सर दर्द जैसे समस्या को जड़ से समाप्त कर देती है डोलोफ्रेश 100mg/325mg टैबलेट एक दर्द निवारक दवा है. इसका इस्तेमाल रूमेटॉइड आर्थराइटिस, एंकीलोजिंग स्पोंडिलाइटिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी स्थितियों में दर्द और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, दांत दर्द या कान और गले में दर्द से राहत देने के लिए भी किया जा सकता है। डोलोफ्रेशका प्रयोग खाना के साथ या खाना खाने के बाद किया जाना चाहिए इसकी मात्रा के बारे में अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श ले ले जिससे कोई किसी प्रकार का साइड इफेक्ट ना हो।
दांत दर्द के घरेलू उपाय
भारतीय घरों में प्रयुक्त किए जाने वाले खाद्य पदार्थों में विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक औषधीय गुण होते हैं भारतीय रसोई में प्रयुक्त होने वाले मसाले तथा खाद्य पदार्थ आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होते हैं जिनमें विभिन्न प्रकार के रोगों को ठीक करने की क्षमता होती है। भारतीय घरों में प्रयुक्त किए जाने वाले खाद्य पदार्थों का प्रयोग प्राचीन काल से ही विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज में किया जाता है दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए घर में प्रयुक्त होने वाले विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ की सहायता से ठीक किया जा सकता है। घरों में प्रयुक्त होने वाले खाद्य पदार्थ से दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए निम्नलिखित उपाय करने चाहिए तथा निम्नलिखित पदार्थों का प्रयोग करते हुए दांत दर्द की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
- लॉन्ग का तेल
- नमकीन पानी
- हल्दी का प्रयोग
- लहसुन का प्रयोग
- बर्फ का प्रयोग
- काली मिर्च का प्रयोग
- हींग और नींबू का प्रयोग
लौंग का तेल
लौंग के तेल का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है लौंग में एनाल्जेसिक गुण मौजूद होने से ये दांत के दर्द से राहत दिला सकता है. दांतों के दर्द और मसूड़ों की सूजन को कम करने के लिए लौंग के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं लौंग में यूजीनॉल एसिड पाया जाता है, जो एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक का काम करता है। जिस दांत में दर्द हो वहां लौंग को रखकर उसका अर्क चूस लें। चाहें तो लौंग के तेल की 2 बूंदे दांत पर डाल सकते हैं। इससे कुछ ही देर में दर्द कम हो जाएगा। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से लौंग के तेल का प्रयोग रुई के फीहे के साथ दांत में लगाने से दांत दर्द की समस्या ठीक हो जाती है।
नमकीन पानी
नमकीन पानी का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। अगर आपको अक्सर मसूड़ों से खून आने की शिकायत रहती है या फिर आपके मसूड़ों में सूजन और दांतों में दर्द रहता है, तो आपको नमक के पानी के गरारे जरूर करने चाहिए। नमक के पानी के गरारे करने से मुंह में जमें बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकता है और इन समस्याओं से राहत मिल सकती है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है तथा उनके मसूड़ों से खून आता है उनको हल्के गुनगुने पानी में नमक डालकर नमकीन पानी से कुल्ला करना चाहिए जिससे दांतो में दर्द होने की समस्या तथा मसूड़ों से खून आने की समस्या समाप्त हो जाती है।
हल्दी का प्रयोग
हल्दी का प्रयोग दांत दर्द की समस्या तथा दांतों से खून आने की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। हल्दी में पर्याप्त मात्रा में एंटीसेप्टिक तथा एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो दांत दर्द की समस्या को ठीक करते हैं हल्दी में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट जैसे तत्वों के अलावा एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो पायरिया की समस्या से छुटकारा दिलाने के साथ दांतों का पीलापन हटाकर उन्हें सफेद बनाते हैं। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द सतत दांतो से संबंधित अन्य समस्याएं होती हैं उनको दैनिक रूप से हल्दी के साथ थोड़ा सा नमक मिलाकर उसको उंगली की सहायता से दांतों में मसाज करने से दर्द तथा दांतो की अन्य समस्याओं से राहत मिलती है तथा दांतों मैं लगा कीड़ा समाप्त हो जाता है।
लहसुन का प्रयोग
लहसुन का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। लहसुन में ऐलीसिन एसिड पाया जाता है जो हानिकारक बैक्टीरिया मारने और दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट की खूबियां हैं इसका पेस्ट बनाकर दर्द वाली जगह पर लगाएं। लहसुन की कली को चबाने से भी आराम मिलता है। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द तथा मसूड़ों में खून आने की समस्या होती है उनको लहसुन की कलियों का पेस्ट बनाकर मंजन की तरह दांतों में मरना चाहिए तथा रात में सोते समय 2-3 लहसुन की कलियां खा लेना चाहिए जिससे दातों में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
बर्फ का प्रयोग
दांत दर्द को ठीक करने के लिए वर्क का प्रयोग किया जाता है दांत दर्द में बर्फ को दर्द वाले स्थान पर रखा जाता है। दांत दर्द में राहत पाने के लिए बर्फ की सिकाई करने की सलाह दी जाती है। दरअसल बर्फ से सिकाई करने पर सूजन की समस्या कम हो जाती है। इससे नसों को आराम मिलता है।
अगर आप चोट पर बर्फ से सिकाई करते हैं तो इससे ब्लड फ्लो रुक जाता है और उसी जगह पर जम जाता है अपने दांत दर्द को ठीक करने के लिए एक और आसान उपाय सूजन वाले एरिया को बर्फ से कंप्रेस करना है। जहां आपको दर्द हो रहा हो वहां आइस पैक को दबाएं। आइस पैक उस एरिया को सुन्न कर देगा और दर्द को कम करेगा जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है उनको दांत दर्द होने के समय दांत दर्द के स्थान पर बर्फ से सिकाई करनी चाहिए जिससे दांत दर्द में तुरंत राहत मिलती है।
काली मिर्च का प्रयोग
काली मिर्च का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। काली मिर्च में दर्द को दूर करने के औषधि गुण पाए जाते हैं। यदि मसूड़ों में सूजन या जलन होती है तो नमक के साथ मिलाकर काली मिर्च का उपयोग कर सकते हैं। मुंह की बदबू एवं मसूड़ों से खून आने जैसी समस्याओं में भी इससे राहत मिलती है। एक चम्मच पानी में नमक और काली मिर्च मिलाएं और इससे प्रतिदिन अपने मसूड़ों की मालिश करें। ऐसा करने से अपने आप ही आपके मसूड़े ठीक हो जाएंगे। जिन व्यक्तियों में दांत दर्द की समस्या होती है। उन को नियमित रूप से काली मिर्च का प्रयोग नमक के साथ करना चाहिए जिससे दांत दर्द की समस्या दूर हो जाती है तथा दांत दर्द से राहत मिलती हैं।
हींग और नींबू का प्रयोग
हींग और नींबू का प्रयोग दांत दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह दांत के दर्द का रामबाण इलाज है जिन व्यक्तियों में दांत दर्द तथा मसूड़ों में दर्द होता है उनको नींबू और हींग का प्रयोग करना चाहिए अगर आप दांत के दर्द से परेशान हैं तो एक कटोरी में एक टी स्पून नीबू का रस लीजिए फिर उसमें एक चुटकी हींग डालकर मिला दीजिए और 20 से 30 सेकंड के लिए माइक्रोवेव में गर्म कीजिए। रुई के छोटे से बाॅल की मदद से मिश्रण को दर्द करने वाले जगह पर लगाइए। और नींबू के प्रयोग से दांत दर्द की समस्या से राहत मिलती है तथा दांत दर्द की समस्या ठीक हो जाती है।
Dant Dard ka desi ilaj के लिए निम्नलिखित उपाय करना चाहिए
- दिन में दो बार ब्रश करें।
- माउथ वास का प्रयोग करें।
- कैल्शियम युक्त आहार का सेवन अधिक मात्रा में करें।
- ब्रश करने के सही तरीके को अपनाएं।
- भोजन करने के बाद ब्रश तथा कुल्ला करें।
- अपने दांतों की जांच समय-समय पर करवाते रहें।
- अपने जीभ को सही तरीके से साफ करें।
- एक दांत खराब होने के बाद निकलवा कर दूसरा दांत लगवाएं।
- धूम्रपान ना करें।
- अल्कोहल का सेवन अधिक मात्रा में ना करें।
- चॉकलेट तथा अन्य मीठे पदार्थों का सेवन कम मात्रा में करें।
- मुंह की सफाई का ध्यान रखें।
- तंबाकू का सेवन न करें।
- कम शुगर वाली डाइट लें।
- दांत साफ करने के धागे से दांत साफ करें।
दांत दर्द की समस्या से बचने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का प्रयोग करें
- फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग कर सकते हैं, फ्लोराइड दांतों को मजबूत बना सकता है।
- फाइबर युक्त फल और सब्जियों का सेवन करें।
- चीज़, दूध, दही जैसे डेरी प्रोडक्ट्स का सेवन कर सकते हैं।
- स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें।
- उबले हुए आलू का सेवन करें।
- बिना चीनी का मिल्कशेक का प्रयोग करें।
- जूस का प्रयोग।
- दलिया का प्रयोग कर सकते हैं।
- बिना मसाले के खाद्य पदार्थ का प्रयोग कर सकते हैं।
- पका हुआ केला का प्रयोग करे।
दांत दर्द की समस्या से बचने के लिए निम्नलिखित परहेज करें
- ज्यादा मीठा या शुगर वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
- ज्यादा तेल मसाले वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
- एसिडिक फलों का सेवन करने से बचें।
- जरूरत से ज्यादा गर्म या ठंडा न खाएं और न पिएं।
- ज्यादा कठोर खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
निष्कर्ष
उपरोक्त लेख का उद्देश्य दांत दर्द की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लोगों के बीच जागरूकता फैलाना है। उपरोक्त लेख में दांतो के दर्द से संबंधित विभिन्न प्रकार की दवा तथा घरेलू नुस्खों का वर्णन तथा प्रयोग विधि के बारे में बताया गया है,
जिस के अध्ययन से बताई गई दवाओं का प्रयोग करते हुए दांत दर्द की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है लेख में बताए गए सभी दवाइयां पूर्ण रूप से सुरक्षित है किंतु दवाओं का प्रयोग करने से पूर्व डॉक्टर द्वारा परामर्श अवश्य ले लें जिससे दवाओं से होने वाले साइड इफेक्ट से बचे रह सकते हैं। बताई गई सभी दवाइयां दांत के दर्द का रामबाण इलाज के लिए हैं जिनके प्रयोग से दांतो संबंधित सभी प्रकार की समस्याएं दूर की जा सकती हैं।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
घर पर दांत दर्द को जल्दी कैसे रोकें?
उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार के घरेलू विधियों के बारे में बताया गया है जिनके प्रयोग से दांतों में होने वाले दर्द को जड़ से समाप्त किया जा सकता है यदि आपको दांत दर्द की समस्या है तो दांत दर्द की समस्या को दूर करने के लिए हल्दी, नींबू और हींग, काली मिर्च, आज घरेलू पदार्थों का प्रयोग करते हुए दांत के दर्द की समस्या को दूर कर सकते हैं।
दांत दर्द में क्या क्या नहीं खाना चाहिए?
उपरोक्त लेख में दांत दर्द की समस्या से बचने के लिए दवा के साथ-साथ परहेज के बारे में बताया गया है लेखक के अध्ययन के बाद दांत दर्द की समस्या में क्या नहीं खाना चाहिए कब पता लगाया जा सकता है यदि आपको दांत दर्द की समस्या है तो कठोर पदार्थों का सेवन ना करें तथा चीनी से बने खाद्य पदार्थों का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए।
दांत क्यों दुखता है?
दांतों में दर्द होने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं दांतों में दर्द विभिन्न प्रकार के समस्याओं के कारण हो सकता है दांत में कीड़े या दांतों में सड़न, दांतों की सफाई ना रखने, कैल्शियम की कमी, बैक्टीरियल इंफेक्शन या फिर दांतों की जड़ों के कमजोर होने से भी होता है। बहुत से लोग दांत दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए दवाओं का सेवन करते हैं। दांतो के दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार की दांत के दर्द का रामबाण इलाज का वर्णन किया गया है जिसके अध्ययन तथा उपयोग से दांतों के दर्द को ठीक किया जा सकता है।
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