बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें मल के रास्ते पर बहुत ही ज्यादा दर्द होता है और खून भी आने की संभावना रहती है। पुराने कब्ज एवं लीवर की गड़बड़ी के कारण ही यह मर्ज जन्म लेता है। इस मर्ज में मल के रास्ते पर छोटे-छोटे मस्से निकल आते हैं। जो कि माल त्याग के समय छील जाते हैं। इसलिए उसमें घाव बन जाता है और असहनीय पीड़ा का कारण बनता है। अगर इसके शुरुआती लक्षण ना पहचान पाने या इसे नजरअंदाज करने की स्थिति में आगे चलकर यह बहुत ही बड़े कैंसर का रूप भी ले सकता है । अच्छा है कि इसके लक्षण को पहचान कर इसके शुरुआती समय में ही इसका इलाज कर लिया जाए। इसके इलाज के लिए मस्से में बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
जिससे कि मस्से मुलायम हो जाए और मल निकलते समय आसानी से बाहर आ सके।जिससे की घाव नहीं बनेगा और मस्से धीमे-धीमे सूखने शुरू हो जाएंगे ।
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पाइल्स (बवासीर) होने का कारण
बवासीर होने का सबसे मुख्य कारण यह है कि वात,पित्त और कफ यह तीनों पूर्ण रूप से दूषित हो जाता है। तभी यह रोग शरीर में फैलना शुरू हो जाता है। यह रोग नियमित ज्यादा देर तक खड़े रहने,बहुत ज्यादा भारी वजन उठाने,पुरानी कब्ज के होने से भी होता है। जिस कारण मल बहुत ही कठिनाई से बाहर आता है और मल के रास्ते में घाव बना देता है। आइए इसके कुछ प्रमुख कारणों को जानते हैं।
- ज्यादा मात्र में तला एवं मिर्च-मसाले युक्त भोजन करना।
- शौच ठीक से ना होना।
- फाइबर युक्त भोजन का सेवन न करना।
- महिलाओं में प्रसव के दौरान गुदा क्षेत्र पर दबाव पड़ने से बवासीर होने का खतरा रहता है।
- व्यायाम न करने या शारीरिक गतिविधि कम करने के कारण भी यह मर्ज हो सकता है।
- धूम्रपान और शराब का सेवन करना।
- अवसादग्रस्त रहना।
बवासीर के मस्से हटाने की आयुर्वेदिक दवा
आजकल लोगों में बवासीर एक ऐसी बीमारी है। जिसको नजरअंदाज करने पर बहुत ही दिक्कत पैदा कर सकता हैं। इसलिए इस बीमारी को नजरअंदाज ना करते हुए आप इसका इलाज कर सकते हैं। इसका बहुत ही अच्छा इलाज आयुर्वेद में उपलब्ध है और पतंजलि द्वारा बहुत सी ऐसी दवाएं बनाई गई हैं।
जिसको बवासीर के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। जोकि बहुत ही लाभकारी है इन दवाओं का कोई साइड इफेक्ट या विपरीत परिणाम नहीं पड़ता है। इसलिए निम्नलिखित दवाओं को आप बेझिझक अपनी बवासीर की समस्या के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
- पतंजलि पीड़ान्तक क्रीम।
- अर्शकल्प वटी ।
- इसबगोल भूसी ।
- दिव्य सर्वकल्प क्वाथ।
- कांकायन वटी।
- त्रिफला गुग्गल।
- पतंजलि मंजिष्ठा चूर्ण।
- हरितकी चूर्ण।
- दिव्य अभयारिष्ट।
- दिव्य उदरकल्प चूर्ण।
- दिव्य शुद्धि चूर्ण।
1. पतंजलि पीड़ान्तक क्रीम
पतंजलि बवासीर मस्से हटाने की क्रीम पीड़ान्तक पूरी तरह से आयुर्वेदिक क्रीम है। जोकि बवासीर के मस्से से हो रहे दर्द के निवारण में बहुत ही लाभकारी क्रीम है। इस क्रीम को एलियम सैटिवुम,सेलास्ट्रस पैनिकुलटस,बोसवेलिया सेराटा,प्लूचिया लांसोलाटा,विटेक्स ट्राइफोलिएटस,कैलोट्रोपिसिस प्रोसेरा,गॉलथेरिया फ्रैग्रंटिसिमिया के मिश्रण से बनाया गया है। जोकि मस्से के दर्द को और मल के रास्ते को मुलायम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
2 . अर्शकल्प वटी
अर्शकल्प वटी पतंजलि की बवासीर को खत्म करने के लिए बहुत ही बेहतर और उपयोगी आयुर्वेदिक दवा है। यह आपके पाचन तंत्र और कब्ज की समस्या को दूर करता है। क्योंकि बवासीर भी खराब पाचन तंत्र और कब्ज की समस्या से जुड़ी हुई बीमारी है। जब तक आपकी कब्ज और पाचन तंत्र ठीक नहीं होगी। तब तक बवासीर की बीमारी को भी नहीं ठीक किया जा सकता है।
इसीलिए अर्शकल्प वटी बवासीर की समस्या के लिए सबसे बढ़िया दवा में से एक है। इस दवा को हरीतकी,कपूर,नीम,एलोवेरा जैसे प्राकृतिक और गुणकारी औषधियों के बराबर मिश्रण से बनाई गई है।
3. इसबगोल भूसी
खूनी बवासीर के लिए ईसबगोल की भूसी सबसे ज्यादा फायदेमंद और लाभकारी दवाओं में से एक है। ईसबगोल प्लांटागो ओवता के पौधों के बीज से बनाई गई एक प्रकार की भूसी है। इसमें बहुत अधिक मात्रा में फाइबर पाई जाती है और इसमें कोलेस्ट्रोल बिल्कुल भी नहीं होता है। बवासीर के लिए इसको सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
क्योंकि यह पेट में जाकर कब्ज,दस्त,डिहाईड्रेशन जैसी दिक्कतों को दूर करता है| इस भूसी को पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है| इस भूसी के इस्तेमाल से मल त्याग के समय मल रास्ते में बिना कठिनाई के निकल जाता है। जिससे कि बवासीर के मस्सों में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होती और धीमे धीमे वाह सूखने लगता है।
4. दिव्य सर्वकल्प क्वाथ
दिव्य सर्वकल्प क्वाथ को बवासीर से उत्पन्न हो रहे मल के रास्ते में सूजन को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है। सूजन कम होने से मस्सों में किसी भी प्रकार का घाव नहीं बनेगा और वह सूखना शुरू हो जाएंगे। यह दवा लीवर में किसी भी प्रकार की खराबी को पूर्ण रूप से ठीक करता है और लीवर को भी मजबूती प्रदान करने में काम करता है। इसको आप 10 ग्राम की मात्रा में गर्म पानी के साथ दिन में 2 बार ले सकते हैं। इसके बेहतर परिणाम के लिए इसका कम से कम 3 हफ्ते तक उपयोग किया जाना आवश्यक है।
5. कांकायन वटी
बैजनाथ कंपनी द्वारा बनाई गई कांकायन वटी हरण,काली मिर्च, जीरा, पीपल, पीपलामूल, चीता, चव्य, भिलावा, जिमीकंद, यवक्षार एवं गुड़ के मिश्रण से बनाई गई आयुर्वेदिक औषधि है। जोकि खूनी और बादी दोनों प्रकार की बवासीर के लिए बहुत ही अच्छी दवा मानी जाती है। इस दवा के सेवन से बवासीर के मस्से को \सुखाने में बहुत ही सहायता मिलती है। जिससे बवासीर से उत्पन्न हो रही तकलीफों में आराम मिलता है।
6. त्रिफला गुग्गल
त्रिफला गुग्गल को पाचन तंत्र सुधारक के रूप में माना जाता है। इसमें पाई जाने वाली विटामिन सी और फाइबर की भरपूर मात्रा उपलब्ध है। जोकि पाचन तंत्र को ठीक रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है और पाचन तंत्र के ठीक होने के कारण ही बवासीर जैसी दिक्कतों में बहुत ही आराम मिलता है। इस त्रिफला गूगल को आप गर्म पानी के साथ समान मात्रा में ले सकते हैं। इसको आप शहद के साथ भी खा सकते हैं। जिससे कि आपको बवासीर की दिक्कत से बहुत ही जल्द आराम मिल सकता है।
7.पतंजलि मंजिष्ठा चूर्ण
पतंजलि मंजिष्ठा चूर्ण मंजिष्ठा के अर्क से बनाई जाने वाली आयुर्वेदिक औषधि है। इसके सेवन से शरीर में उत्पन्न हो रही वह सारी दिक्कतों को कम कर सकता है। जोकि बवासीर की बीमारी को जन्म देने के लिए सबसे बड़े कारण होते हैं। यह वजन को घटाने ,कब्ज मिटाने,लीवर को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है। इस दवा को उबले हुए पानी में मिलाकर काढ़े के रूप में भी आप इसका सेवन कर सकते हैं। यह स्वाद में थोड़ा सा कड़वा होता है। लेकिन इसकी कड़वाहट के साथ साथ ही यह बवासीर के मस्सों को सूखाने में बहुत ही अहम भूमिका निभाता है।
8. हरितकी चूर्ण
पतंजलि हरीतकी चूर्ण को मुख्य रूप से बवासीर और कब्ज की बीमारी को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह दवा हरीतकी से बनी हुई आयुर्वेदिक दवा है। इस दवा के इस्तेमाल से मल को मुलायम करने में बहुत मदद मिलती है। जिससे कि मल त्याग के समय किसी भी प्रकार की तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ता है और जब कोई भी इंसान सही से मल त्याग रहा हो तो उसकी कब्ज की दिक्कत दूर होती है और कब्ज की दिक्कत दूर होने से ही बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए सबसे पहला कदम माना जाता है।
9. दिव्य अभयारिष्ट
दिव्य अभयारिष्ट सिरप सैकड़ों जड़ी बूटियों को गुड़ में मिलाकर इसका निर्माण किया गया है। इसको सबसे ज्यादा मस्से को सूखाने और कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बहुत सारे लोग खराब खानपान और अनियंत्रित जीवनशैली के कारण कब्ज जैसी समस्या से और खराब पाचन तंत्र की समस्या से जूझ रहे हैं। इसी कारण जब कब्ज आपका बहुत पुराना मर्ज हो जाता है और वह ठीक नहीं होता है। तो धीमे-धीमे बवासीर का रूप लेने लगता है।
10.दिव्य उदरकल्प चूर्ण
दिव्य उदरकल्प चूर्ण भी पतंजलि द्वारा बनाया गया उत्पादक है जोकि मुख्यतः कब्ज,भूख न लगना और एसिडिटी खत्म करने के लिए बहुत ही अच्छी दवा मानी जाती है। पेट में कब्ज और एसिडिटी खत्म होने से खाना अच्छी तरह से पचने लगता है। जिससे कि हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है और बवासीर जैसी समस्या जन्म नहीं लेती है।
11.दिव्य शुद्धि चूर्ण
पतंजलि दिव्य शुद्धि चूर्ण को हरीतकी,भूमियामलकी,इंद्रायण,त्रिवृत जैसी महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से तैयार किया गया है। इसको पेट की बदहजमी को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है और बवासीर जैसी बीमारियां को भी इस चूर्ण के इस्तेमाल से जड़ से खत्म किया जा सकता है। इसको आप गुनगुने पानी के साथ 3 छोटे चम्मच मिलाकर दिन में दो बार ले सकते हैं। इस दवा का पूर्ण परिणाम देखने के लिए इसको कम से कम 3 महीने तक इस्तेमाल करना आवश्यक है।
बवासीर के मस्से सुखाने की क्रीम
बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए बहुत सारी ऐसी क्रीम बाजार में उपलब्ध है।जिससे मस्से को सुखाने और मल के रास्ते की सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। बवासीर के मर्ज में क्रीम को लगाने से बहुत जल्द ही इसका असर देखने को मिलने लगता है। क्योंकि क्रीम को लगाने से प्रभावित जगह की त्वचा मुलायम हो जाती है और मल के निकलने का रास्ता बना देती है। जिससे कि मल के रास्ते में किसी भी प्रकार का घाव नहीं होता है और बवासीर धीमे धीमे ठीक होने लगता है।
- एनोवेट क्रीम
- शील्ड रेक्टल
- ट्रोनोलेन हेमराॅयड क्रीम
- रेक्टिकेयर ऐनोरेक्टल क्रीम
1. एनोवेट क्रीम
एनोवेट क्रीम बवासीर के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस क्रीम के इस्तेमाल से मल के रास्ते में होने वाले सूजन,दर्द और खुजली खत्म हो जाती है। इस दवा को फिनाइलेफ्रिन,बेक्लोमेटासोन और लिडोकेन के मिश्रण से बनाया गया है। इस दवा को आप प्रभावित हिस्से को साफ करके दिन में दो से तीन बार लगा सकते हैं।
2. शील्ड रेक्टल
शील्ड रेक्टल दवा बवासीर के मर्ज के लिए सबसे बढ़िया दवाओं में से एक मानी जाती है। इस दवा को मल के रास्ते में बवासीर के मस्से को छुपाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस दवा के लगाने से खुजली,जलन और मल के रास्ते में हुए घाव ठीक हो जाते हैं। जिससे की आप बवासीर के मर्ज से आप निजात पा सकते हैं।
3. ट्रोनोलेन हेमराॅयड क्रीम
बवासीर के मर्ज में बहुत ही ज्यादा जलन और दर्द होने की वजह से मल के रास्ते में खुजली होती रहती है। उसी खुजली के कारण घाव बन जाता है। जोकि मस्से को सूखने नहीं देता है और वह आगे बढ़ता ही जाता है। इसलिए आप बवासीर के मस्से हटाने की इस क्रीम के उपयोग से आप बवासीर के दर्द, खुजली और जलन से निजात पा सकते हैं। इस क्रीम को प्रामॉक्सिन हाइड्रोक्लोराइड,जिंक ऑक्साइड,बीसवैक्स (एपिस मेलिफेरा), सेटेरिल अल्कोहल, सेटिल एस्टर वैक्स, ग्लिसरीन, मेथिलपेराबेन, प्रोपीलपेराबेन, सोडियम लॉरिल सल्फेट, के मिश्रण से बनाया गया है। जोकि बवासीर के मर्ज में राहत देने के लिए बहुत ही उपयोगी है।
4. रेक्टिकेयर ऐनोरेक्टल क्रीम
रेक्टिकेयर ऐनोरेक्टल क्रीम बवासीर मस्से हटाने की क्रीम है। इस क्रीम को पेट्रोलियम जेल का इस्तेमाल करके बनाया गया है। जोकि जलन में बहुत ही राहत देने वाली सामग्री है। इस क्रीम को जलन को खत्म करने और मस्से सुखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस क्रीम को रोजाना सोने से पहले प्रभावित जगह को अच्छी तरह से साफ करके लगाना चाहिए। कुछ दिनों में ही मस्से सूखने में आश्चर्यचकित परिणाम देखने को मिलता है।
बवासीर के लिए टेबलेट
आपके द्वारा अनियंत्रित खानपान और बेतरतीब जीवन शैली ही बवासीर को जन्म देने वाले सबसे बड़े कारणों में से है। यह मर्ज हो जाने के बाद जिंदगी जीना बहुत ही कष्टदायी हो जाता है। इस मर्ज में मल के रास्ते पर छोटे-छोटे मस्से हो जाते हैं। पेट में कब्ज होने से माल बहुत ही कड़ा निकलता है। जिस कारण मस्सों में घाव हो जाते हैं। जिससे असहनीय पीड़ा होती है इसीलिए इसको ठीक करने का सबसे सही और सीधा तरीका यह है कि सबसे पहले आप अपने पाचन तंत्र और नियंत्रित खानपान को अपनाएं।
तभी जाकर इस मर्ज को ठीक किया जा सकता है नहीं तो जब तक खानपान और पाचन तंत्र नहीं ठीक होगा। तब तक इस बीमारी को ठीक कर पाना असंभव है क्योंकि यह बीमारी भी पेट से ही जुड़ी हुई बीमारी है। जब तक आपका पेट साफ और सही नहीं होगा। तब तक यह बीमारी भी सही नहीं होगी इस बीमारी को दूर करने के लिए बहुत सी टेबलेट उपलब्ध है। जिनके इस्तेमाल से हम इस बीमारी को ठीक कर सकते हैं। उसी क्रम में कुछ प्रमुख टेबलेट निम्नलिखित विस्तृत है।
- Himalaya pilex tablet
- Sidpiles
- Daflon 500
- Doxycycline
- Lactulose
1.Himalaya pilex tablet
हिमालया पीलेक्स टेबलेट बवासीर के मस्सों को खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक फार्मूले से बनाई गई दवा है। इस दवा में लाजालु,यशद भस्म का इस्तेमाल किया गया है।यह दवा मल के रास्ते में मस्से के सूजन की वजह से बंद हुए रास्ते को खोलने का काम करता है। उस रास्ते में हुये घाव को ठीक करता है। यह दवा खूनी बवासीर और उसमें हो रही जलन को भी समाप्त करता है।
2.Sidpiles
यह दवा बैद्यनाथ कंपनी द्वारा तैयार की गई दवा है। मस्से के सूजन को कम करने और मल को आसानी से बाहर आने योग्य बनाता है। जिससे कि माल के रास्ते में जलन और खुजली नहीं होती है। यह दवा अर्शोघ्नी वटी,अकीक,पिष्टी,जिमीकंद,नागकेसर,शोधित पिचकारी,आंवला चूर्ण,सोमागैरिक,मिश्री,भावना द्रव्य के मिश्रण से बनी हुई है। इस टेबलेट को डॉक्टर से परामर्श के बाद दिन में एक से दो बार लिया जा सकता है।
3.Daflon 500
यह दवा फ्लेवोनॉयड पौधे के द्वारा बनाई गई है। फ्लेवोनॉयड हमेशा से ही के मस्सों की सूजन को कम करने के लिए सदियों से उपयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक दवा है। फ्लेवोनॉयड आपके शरीर में एनोरेक्टल नसों में बढ़ रहे केमिकल को रोकने का काम करता है। इस दवा का इस्तेमाल करकेआप अपने बवासीर के मर्ज को जड़ से खत्म कर सकते हैं। यह गोली 500 एमजी की आती है।
इसको आप सादे पानी के साथ दिन में एक बार ले सकते हैं और इसके खुराक के बारे में किसी डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं। इस दवा पर सबसे ज्यादा सावधानी बरतने की यह बात है कि इस दवा के सेवन के बाद आप किसी भी प्रकार का धूम्रपान, शराब या फिर किसी कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन नहीं कर सकते हैं नहीं तो इसका विपरीत असर पड़ सकता है।
4.Doxycycline
डॉक्सीसाइक्लिन को बैक्टीरियल इनफेक्शन के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह दवा आपके बवासीर के मर्ज में बैक्टीरियल इनफेक्शन को रोकता है। जिससे कि मस्से के इर्द-गिर्द घाव नहीं बनने पाता है। और यह धीमे-धीमे मस्से को सुखाकर खत्म कर देता है। जिससे कि बवासीर के मर्ज में बहुत ही जल्द आराम मिलने लगता है।
5. Lactulose
लेक्टिलोज इंसान के शरीर में कब्ज को खत्म करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है। यह दवा किसी भी व्यक्ति के लिवर से जुड़ी समस्या को खत्म करता है। जोकि बवासीर के मर्ज के लिए जिम्मेदार होता है। जब तक लीवर की समस्या खत्म नहीं होगी। तब तक बवासीर कभी खत्म नहीं होगा। यह दवा पानी के साथ घुलकर आपके इंटेस्टाइन तक पहुंचती है। जोकि आपके मल को मुलायम बनाने और हल्का करने का काम करती है। जिससे माल बहुत ही आसानी से रास्ते से निकल जाता है और रास्ते में पड़ रहे मस्सों में घाव पैदा नहीं करता है।
बवासीर को खत्म करने के घरेलू उपाय
बवासीर को खत्म करने के लिए बहुत सारे लोग अनेकों प्रकार के दवाई और मस्से हटाने की आयुर्वेदिक क्रीम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन उन लोगों को बताना चाहेंगे कि बवासीर को खत्म करने के लिए घरेलू उपाय भी उपलब्ध हैं। जिनका इस्तेमाल करके आप बवासीर के मर्ज को जड़ से खत्म कर सकते हैं। यह मर्ज अक्सर गलत खानपान और पुरानी कब्ज होने के कारण हो जाता है। जिससे कि नित्यकर्म में बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
इसलिए इसके इलाज के लिए आप अपने दैनिक खानपान पर नियंत्रण करते हुए और कुछ पौस्टिक आहार को शामिल करते हुए इसको खत्म कर सकते हैं। बहुत से ऐसे खाद्य पदार्थ और घरेलू उपाय हैं जिनके बारे में हमें बहुत ज्यादा पता नहीं होता और हम उनका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। तो आइए जानते हैं कि कैसे कुछ साधारण घरेलू उपाय से बवासीर के मर्ज को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
- हल्दी पाउडर और नारियल तेल के मिशन का इस्तेमाल
- हल्दी और एलोवेरा जेल के मिश्रण का इस्तेमाल
- देसी घी और हल्दी के मिश्रण का इस्तेमाल
- हल्दी,बकरी का दूध और काला नमक के मिश्रण का इस्तेमाल करना चाहिए।
- वजन कम करने पर ध्यान देना चाहिए ।
- नींबू का रस का सेवन करना चाहिए।नींबू के रस को पथरी तोड़ने की दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
- खानपान में नियंत्रण रखना चाहिए ।
- मूली के जूस का सेवन करना चाहिए।
- अरंडी के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
- किसमिस के जूस का सेवन करना चाहिए।
- तोरई के जूस का सेवन करना चाहिए।
- नारियल के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
- ग्लिसरीन का इस्तेमाल करना चाहिए।
निष्कर्ष
इस लेख में बवासीर के इलाज के लिए सभी उपयोगी और लाभकारी उपाय और दवाओं के बारे में बताया गया है। बहुत सी ऐसी बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम के बारे में बताया गया है जोकी बवासीर के लिए बहुत ही लाभकारी है। इन क्रीमों के इस्तेमाल से बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म किया जा सकता है। इस लेख में उन प्रमुख कारणों को भी विस्तार से बताया गया है। जिस कारण बवासीर का मर्ज जन्म ले लेता है और उनके शुरुआती लक्षणों के बारे में बताया गया है। जिनको देखने के बाद आप बवासीर की मर्ज का इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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FAQ
प्रश्न: बिना ऑपरेशन के पाइल्स मस्सा कैसे हटाएं ?
उत्तर- बिना ऑपरेशन के पाइल्स मस्सा को हटाने के लिए रात को सोने से पहले त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए जिससे कि पाइल्स की समस्या खत्म हो जाती है और ऑपरेशन नहीं कराना पड़ता है।
प्रश्न: बवासीर के मस्सों पर कौन सा तेल लगाएं ?
उत्तर- बवासीर के मस्सों पर नारियल का तेल लगाने से जलन और दर्द से आराम मिलता है और इसको लगाने से मस्से धीमे धीमे सूखने शुरू हो जाते हैं।
प्रश्न: बवासीर के लिए सबसे अच्छा मलहम कौन सा है?
उत्तर- बवासीर के मरीज के इलाज के लिए उपयोगी दवाओं ( एनोवेट क्रीम,शील्ड रेक्टल,ट्रोनोलेन हेमराॅयड क्रीम,रेक्टिकेयर ऐनोरेक्टल क्रीम ) का नाम बताया गया है जिसका इस्तेमाल करते हुए आप इस मर्ज से छुटकारा पा सकते हैं।
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