शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने की दवा- Increase Sperm Count

वैवाहिक जीवन में जुड़ने के उपरान्त ही नवदंपत्ति पर परिवार में एक नये सदस्य को लाने की इच्छा जाग्रत हो जाती है, परन्तु बार बार प्रयास के उपरान्त भी कई कपल्स (नवविवाहित जोड़ा) को वह खुश खबरी नहीं मिल पाती है। इसका एक कारण पुरुष का बांझपन (Male Infertility) हो सकता है। पुरूष के वीर्य में शुक्राणु की कमी या शुक्राणु की गुणवत्ता में कमी के कारण प्रायः मेरिड कपल का यह सपना अधूरा रह जाता है। एक स्त्री को गर्भवती होने के लिए सीमन में स्पर्म क्वालिटी का अच्छा होना आवश्यक है। यदि आप एक वर्ष या उससे अधिक समय से अपनी पत्नि के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बना रहे हैं परन्तु अभी तक आपकी पत्नी गर्भधारण नहीं कर पायी है तो आपको चाहिए आप एक बार अपना Semen Analysis अवश्य करायें।

पुरुष एवं स्त्री के शारीरिक संबंध बनाने के दौरान पुरुष के लिंग से निकलने वाले सफेद जैविक तरल पदार्थ को वीर्य (Semen) कहा जाता है जिसे पुरूष स्त्री की यौनि में छोडता है । कई परिस्थितियों में वीर्य के रंग और गुणवत्ता में बदलाव हो भी सकता है। वीर्य का पतलापन कम शुक्राणुओं को इंगित करता है । यदि आप भी वीय के पतलेपन एवं शुक्राणुओं की कमी से परेशान हैं तो इस लेख को अन्त तक अवश्य पढ़े।

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वीर्य पतला होने के कारण

कभी कभी आपके दिमाग में आता होगा कि आखिर क्यों आपका सीमन पतला है, वीर्य का पानी की तरह पतला होना कोई जन्मजात समस्या नहीं है। वीर्य की क्वालिटी हमारे रहन सहन, खान पान व अन्य कारणों पर निर्भर करता है । जिनमें से कुछ कारण यह हो सकते हैं।

  • यदि आपके वीर्य में Sperm Count कम है तो यह पतला हो सकता है।
  • यदि आपके लिंग के अण्डकोष (Testicles) में सूजन है तो आपका वीर्य पतला हो सकता है । टेस्टीकल की सूजन पुरूषों में बांझपन का मुख्य कारण भी है।
  • एस0टी0डी0 (यौन संचारित रोग) के कारण आपके प्रजनन अंग पेनिस में सूजन आने के कारण भी वीय पतला हो सकता है।
  • बार बार मैथुन / हस्तमैथुन करने के कारण भी वीर्य की क्वालिटी में बदलाव आता है और वीर्य पतला हो जाता है।
  • जिंक की कमी के कारण भी वीर्य का पानी की तरह पतला होना प्रायः देखा गया है।

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वीर्य गाढा करने के घरेलू उपाय

आयुर्वेद में बताया गया है कि जो भोजन पुरुष द्वारा ग्रहण किया जाता है उसका अन्तिम परिणाम वीर्य होता है, इसका निर्माण शरीर द्वारा सीमित मात्रा में किया जाता है। हम जो भोजन ग्रहण करते हैं, उस भोजन से रक्त का निर्माण होता है और रक्त से वीर्य। शरीर में किसी रोग के होने पर वीर्य के उत्पादन की प्रक्रिया बाधित हो जाती है। आयुर्वेद के अनुसार अपने भोजन में हम पौष्टिक फल, सब्जी एवं जड़ीबुटियों का प्रयोग कर बीज गाढ़ा कर सकते हैं ।

धातु गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक उपाय

  • गाय का दूध और मिश्री
  • मक्खन, घी
  • खीर दूध और चावल की
  • उड़द (उर्द) की दाल
  • तुलसी के बीज (Basil Seeds)
  • बादाम हलवा
  • अनार
  • खजूर
  • पिस्ता
  • नारियल
  • सोंठ
  • गाय का घी
  • चिलगोजा
  • अकरकरा

Zinc – पुरुष एवं स्त्री की सेक्स पावर बढ़ाने में जिंक एक अलग भूमिका निभाता है। जिंक वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या तथा क्वालिटी को कंट्रोल करने में मदद करता है। स्टडीज बताती है जो पुरुष अपने भोजन व अन्य साधनों से नियमित जिंक का सेवन करते हैं उनके बांझपन की समस्या कम आती है । आप अपने भोजन में कस्तूरी, डेयरी प्रोडक्ट, होल ग्रेन, अण्डा, जिंक सप्लीमेंट्स का प्रयोग कर बीज गाढ़ा कर सकते हैं।

Zinc

फोलेट- बिटामिन मानव शरीर के विकास में एक अलग भूमिका निभाता है। बिटामिन बी का प्रयोग यौन कमजोरी दूर करने में प्रयोग किया जाता रहा है। Folate भी एक तरह का बिटमिन बी है जो शुक्राणुओं की गुणवत्ता जैसे शुक्राणुओं के डीएनए की क्षति, शुक्राणुओं की संख्या में कमी आदि को दूर करने में सहायक है। आप अपने भोजन में पालक, स्प्राउट्स, शतवारी, संतरा, सेम के बीज, सूखे मेवा, साबुत अनाज आदि को जोडकर अपने वीय को गाढा कर सकते हैं।

फोलेट

बिटामिन B12- मानव शरीर में बिटामिन बी12 की कमी स्पर्म मोटिलिटी (शुक्राणुओं की गतिशीलता) को कम कर देता है। शुक्राणुओं के विकास एवं गतिशीलता के लिए बिटामिन B12 एक महत्वपूर्ण तत्व है। बिटामिन बी12 का सेवन शुक्राणुओं की गतिशीलता के साथ साथ शुक्राणुओं की संख्या बढाने में भी मदद करता है। आप सी फूड, पोल्ट्री प्रोडक्टस, डेयरी प्राडक्ट तथा रेड मीट का इस्तेमाल कर आसानी से Vitamin B12 प्राप्त कर सकते हो।

बिटामिन B12

विटामिन सी- विटामिन C हमारे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है। यह एण्टीऑक्सीडेंट पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। बिटामिन सी की कमी से वीर्य की गुणवत्ता में कमी आती है। अपने भोजन में विटामन सी को जोड कर आप अपने स्पर्म की क्वालिटी, क्वाटिंटी बढा सकते हैं। विटामिन सी प्राप्त करने के लिए आप खट्टे फल जैसे मौसमी, नीबू, आंवला, स्ट्रोबैरी, कीवी के अलावा शिमला मिर्च, टमाटर, ब्रोकली, ब्रसेल्स, स्प्राउट्स आदि का सेवन कर सकते हैं।

विटामिन सी

मुलेठी- मुलेठी रक्तचाप बढाने का गुण रखती है। मुलेठी में पाया जाने वाला जिंसोसाइड मानव शरीर में नाइट्रस आक्साइड के उत्पादन को बढा देता है। ब्लड सर्कुलेशन बढने से पुरूष के लिंग में रक्त की गति तीव्र होती है और पेनिस सख्त हो जाता है तथा देर में झडता है। मुलेठी (जिनसेंग) का सेवन धातु को गाढा करता है।

मुलेठी

अश्वगंधा- अश्वगंधा (Withania Somnifera) एक आयुर्वेदिक जड़ीबूटी है, अश्वगंधा में एण्टीऑक्सीडेंट्स काफी मात्रा में होते हैं। यह अश्वगंधा के एण्टीआक्सीडेंट्स यौन समस्या के साथ साथ शारीरिक कमजोरी को दूर करने का गुण रखती है। अश्वगंधा की जड़ के इस्तेमाल से वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है वीय गाढा होता है तथा शुक्राणुओं में इजाफा होता है।

अश्वगंधा

ओमेगा 3- ओमेगा 3 फैटी एसिड मानव शरीर के लिए आवश्यक हैं। ओमेगा 3 के नियमित सेवन से आपके वीर्य का गाढापन व गुणवत्ता बढती है। आप समुद्री भोजन जैसे मछली, झींगा, ड्राइ फ्रूट्स का प्रयोग कर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

ओमेगा 3

विटामिन ई- विटामिन सी और बिटामिन बी 12 की ही तरह बिटामिन ई भी हमारे शरीर के विकास के लिए एक अलग रोल निभाती है। बिटामिन ई में पाये जाने वाले एण्टीआक्सीडेंट शुक्राणुओँ की जीवन अवधि बढाते हैं, शुक्राणुओं के विकास में मदद करते हैं। बिटामिन इ आप वनस्पति तेल, हरी सब्जी, बदाम आदि का प्रयोग कर सेवन कर सकते हैं।

विटामिन ई

माका रूट- माका जड़ पुरुष प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाली औषधि है। माका रुट के प्रयोग से आपके शरीर में टेस्टोस्टेरान लेवल में इजाफा होता है तथा वीर्य का गाढापन भी बढता है। यदि आप भी धातु का गाढापन बढाने की आयुर्वेदिक दवा जानना चाह रहे तो आप Maca Root का प्रयोग कर सकते हैं। माका जड़ को आप कुन कुने दूध के साथ प्रतिदिन दो बार सेवन कर सकते हैं।

माका रूट

मैंथी- मैथी में भी पुरुष के शरीर का टेस्टोस्टेरोन लेवल बढाने के गुण पाये जाते हैं। टेस्टोस्टेरान लेवल बढने से वीर्य की क्वालिटी भी बढती है तो आप भी जानना चाहते हैं कि वीय कैसे बढ़ाये तो मेथी का प्रयोग शुरू कर दें।

मैंथी

 

शिलाजीत

शिलाजीत (Asphaltum) प्राचीन समय से गुप्त रोगों के इलाज में प्रयोग का जाती रही है। इसका प्रयोग सेक्स डिजायर, शीघ्र पतन, लिंग के ढ़ीलापन, लिंग की नसों की कमजोरी आदि में किया जाता है। शिलाजीत पौरुष शक्ति एवं शारीरिक कमजोरी को बढाता है। शिलाजीत हिमालयों की चट्टानों से प्राप्त होता है। यह काले रंग का चिपचिपा लिसलिसा पदार्थ है जिसके सेवन से शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है तथा वीर्य गाढ़ा होता है।

shilajit

गोक्षुरा- वीय को गाढ़ा करने के लिए गोक्षुरा या ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस (Tribulus Terrestris) का इस्तेममाल पुराने समय से किया जाता रहा है। यह काम करने की इ्च्छा तथा स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction) को दूर करने के लिए काफी कारगर घरेलू औषधि है। इसमें पाये जाने घटक गुप्त रोग (यौन कमजोरी) को दूर करने में मदद करते हैं। शिलाजीत में पाये जाने वाले विटामिन, एल्केलाइड्स, फ्लेवोनोइड शुक्राणुओं की गतिशीलता बढाने में कारगर हैं। गोक्षुरा पुरुष बांझपन को दूर करने वाली एक जड़ीबूटी में से एक है।

गोक्षुरा

पैनेक्स जिंसेंग- पेनेक्स जिनसेंग (कोरियन जिनसेंग) पुरुष का टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाता है जिससे पुरुष की वीर्य (धातु) बनने की प्रक्रिया तीव्र हो जाती है। इस जड़ीबूटी के सेवन के उपरान्त बनने वाला वीर्य गाढा तथा शुक्राणुओं से भरपूर होता है। इस दवा को आप किसी भी आयुर्वेदाचार्य या कैमिस्ट से आसानी से खरीद सकते हैं।

पैनेक्स जिंसेंग

ग्रीन टी- यदि आपका वीर्य पतला निकलता है तथा यौनि से अधिक मात्रा में बाहर आ जाता है। आप वीय को गाढ़ा करने की दवा के बारे में जानकारी चाहते हैं तो सिम्पली आपको साधारण चाय के स्थान पर ग्रीन टी का इस्तेमाल शुरु कर देना चाहिए। ग्रीन टी का प्रयोग कैस्ट्रोल की दवा के लिए भी किया जाता है ग्रीन टी में पाये जाने वाले एन्टीआक्सीडेंट्स आपकी फर्टीलिटी को बढाता है तथा इसके सेवन से वीर्य और शुक्राणुओं की बनने की प्रक्रिया तेज होती है।

ग्रीन टी

कौंच का बीज- धातु को गाढा करने की आयुर्वेदिक मेडिसिन है कौंच। कौंच चूर्ण में वीर्य को गाढ़ा करने के प्राकृतिक गुण मौजूद हैं, यदि आप प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक चम्मच कौंच के बीज का चूर्ण गुन गुने दूध के साथ प्रयोग करेंगे तो यह आपके वीर्य के पतलेपन को दूर करते हुए वीर्य की गुणवत्ता को बढायेगा, शुक्राणुओं की संख्या में इजाफा करेगा तथा पौरूष बांझपन को दूर करेगा। कौच के बीज का प्रयोग आपकी शारीरिक कमजोरी को दूर कर आपके स्टेमिना को बढाने की पावर भी रखता है।

कौंच का बीज

दमियना- यदि आपके शरीर में वीर्य कम बनता है और धातु पतली निकलती है तो परेशान न होइये। आप अपनी इस समस्या का समाधान दमियना की पत्तियों का इस्तेमाल कर जड़ से खत्म कर सकते हैं। इसके लिए आपको दमियना की तीन चार पत्तियाँ लेनी तथा इसे पानी में डालकर 10 मिनट के लिए उबालना है तथा गुनगुना होने पर छान कर शहद मिलाकर पेय तैयार कर लें तथा इस पेय का दिन में कम से कम दो से तीन दफे सेवन करना है। इसके इस्तेमाल से आपकी धातु गाढी तथा धातु में स्पर्म काउण्ट बढेगा।

दमियना-

पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा

आज पतंजलि के उत्पादों का भारतीय बाजार और तो और विदेशों में भी काफी नाम है। पतंजलि मानव स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर मेडिसिन का निर्माण करता आया है, इसलिए पतंजलि प्रोडक्ट्स के प्रयोग से मानव शरीर में न के बराबर साइड इफेक्ट्स आते हैं। यदि आप भी पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा जानना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि जड़ीबूटियों के औषधीय गुणों से भरपूर कई मेडिसिन पतंजलि में शुक्राणु बढाने की दवा के रूप में एवेलेवल हैं, जिनका प्रयोग आप कर सकते हो, यह बीज गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक दवा हैं। यह आपके शरीर को नुकसान भी नहीं करती हैं।

धातु गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक दवा यौवनामृत वटी

यौवनामृत वटी

पतंजलि कम्पनी का यह मेडिसिन पुरूषों से संबंधित यौन समस्यांए जैसे शीघ्रपतन, स्वपनदोष, यौन दुर्बलता, लो टेस्टोस्टेरान लेवल, आदि के लिए प्रयोग किया जाता है। पतंजलि शुक्राणु बढाने की मेडिसिन में अश्वगंधा, कोंच शुद्ध, पान रास, वांग भस्म, शिलाजीत, स्वर्ण भस्म, प्रवाल पिष्टी, सफेद एवं काली मूसली, सतावर, जावित्री, अकरकरा, जायफल, शुद्ध कुछला, जुंडबेडेस्टर आदि जड़ीबूटियों का सममिश्रण प्रयोग किया जाता है जो पुरुष गुप्त रोगों के इलाज के लिए लाभदायक है। पतंजलि यौवनामृत वटी के प्रयोग से पुरुष का वीर्य गाढा होता है। इस वटी का प्रयोग 2 टेबलेट प्रातः एवं रात्रि में हल्के गर्म दूध के साथ करना होगा, यह पतंजलि मेडिसिन 18 वर्ष से ऊपर के पुरुषों के लिए है तथा आसानी से किसी भी पतंजलि शॉप से खरीदी जा सकती है।

शुक्राणु बढ़ाने की दवा पतंजलि दिव्य कोंच बीज चूर्ण

पतंजलि दिव्य कोंच बीज चूर्ण

दिव्य कोंच बीज चूर्ण का प्रयोग आप शुक्राणु बढ़ाने में कर सकते हो। इस पतंजलि कोंच बीज चूर्ण में पुरूष बांझपन (नामर्दी) को दूर करने के आयुर्वेदिक गुण होते हैं। यह आपकी सेक्स डिजायर को बढ़ाकर वीर्य की क्वालिटी को इंक्रीज करता है।

सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए

वैसे तो आप अपनी दिनचर्या को तब्दील कर अपनी यौन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं फिरभी यदि आप शुक्राणुओं की संख्य़ा बढाने के लिए दवा का सेवन करना चाहते हैं, तो पुरुष वीर्य बर्धक दवाओं का प्रयोग कर सकते हैं।

हिमालय स्पेमिन

हिमालय स्पेमिन

हिमालया स्पेमिन को वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए काफी लाभदायक हिमालया मेडिसिन माना जाता है। हिमालया स्पेमिन का प्रयोग कर आप कम शुक्राणु की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। यह किसी भी आयुर्वेदिक दवा की दुकान पर आसानी से उपलब्ध होने वाली आयुर्वेदिक दवा है।

स्पर्म काउंट बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा

आमतौर पर होम्योपैथिक डॉक्टर्स द्वारा जो दवांए शुक्राणुओं की संख्या बढाने के लिए दी जाती हैं, हम आपको बताने जा रहे हैं परन्तु इनका प्रयोग किसी होम्योपैथिक ड़ाक्टर से कंसल्ट करने के उपरान्त करना ही ठीक है।

फास्फोरिकम एसिडम

फास्फोरिकम एसिडम

फास्फोरिकम एसिडम का प्रयोग मानव शरीर की शारीरिक एवं यौन दुर्बलता को कम करने के लिए होम्योपैथी में किया जाता रहा है।

लाइकोपोडियम क्लैवाटम

लाइकोपोडियम क्लैवाटम

जिन पुरुषों का पाचनतंत्र कमजोर है तथा शारीरिक रूप से कमजोर हैं के इलाज के लिए इस होम्योपैथी मेडिसिन का प्रयोग किया जाता है।

बीज गाढ़ा करने की अंग्रेजी दवा

हमारी सलाह तो आपको यही है कि यदि आप शुक्राणुओं एवं वीर्य सम्बन्धी बीमारी से ग्रसित हैं तो सबसे पहले आपको आयुर्वेदिक दवाओं एवं घरेलू नुस्खे अपनाने चाहिए। अंग्रेजी दवाओं के अपने अलग साइड इफेक्ट्स होते हैं।

गोनेडोट्रॉपिन्स (Gonadotropins)

यह शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा सामान्यतः पुरुष का टेस्टोस्टेरान लेवल बढ़ाती है, जिससे शुक्राणुओं में सुधार होता है।

लेट्रोजोल (Latrozole)

लेट्रोजोल

यदि आप मोटापे से ग्रसित हैं, और मोटापे के चलते आपके शुक्राणुओं की संख्या में कमी आयी है, तो यह वीय गाढ़ा करने की अंग्रेजी मेडिसिन प्रयोग की जा सकती है।

आयुर्वेदिक वीर्य वर्धक जडी बूटियाँ

अश्वगंधा चूर्ण, केवांच चूर्ण, अश्वागंधादि लेहम, मूसली पाक, अश्वगंधा घृत, शतावरी घी, अश्वगंधा पाक, स्वर्ण भस्म, अश्वगंधारिष्ट, सुकुमार घी, अभ्रक भस्म, शिलाजीत रसायन, बादाम पाक, कल्याणक घी, चंद्रप्रभा वटी, द्राक्षरिस्ट, धातुपौष्टिक चूर्ण, दशमूलारिष्ट यह सभी आयुर्वेदिक वीर्य वर्धक दवांए किसी भी मेडीकल शाप पर आसानी से मिल जाती है जो आपके प्रश्न वीर्य कैसे बढ़ाये का उत्तर है।

वीय गाढा करने हेतु योग

प्रतिदिन योग, आसन, साधन, और प्राणायाम करने से मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य में लाभ होता है। यदि आप मानसिक रूप से स्वस्थ हैं तो आपको शारीरिक कष्ट होने के भी कम चांस होते हैं। शुक्राणुओं की कमी एवं गुणवत्ता में सुधार के लिए आप योगासन का प्रयोग कर सकते हैं।

योग- कपालभाति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, आदि।

आसन- बज्रासन, गोमुखासन, सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, हलासन आदि।

उपरोक्त लेख में हमने आपको वीय को गाढ़ा करने की दवा, सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए, शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा, पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा, बीज गाढ़ा करने की अंग्रेजी दवा, स्पर्म बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा, बीज गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक दवा, धातु गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक दवा तथा वीय कैसे बढ़ाये के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी है, परन्तु हमारी सलाह यह है कि इन दवाओं / नुस्खों के प्रयोग से पहले डाक्टर / आयुर्वेदाचार्य / वैद्य से परामर्श के उपरान्त में उपयोग में लायें ।

(FAQs)

प्रश्नः शुक्राणु बढाने की दवा (Sukranu Badane Ki Dawa) कौन सी है?

उत्तरः शुक्राणु बढ़ाने के लिए डॉक्टर्स द्वारा मल्टीबिटामिन, एण्टीआक्सीडेंट्स, क्लोमीफीन साइट्रेट जैसी दवाए दी जाती है, साथ ही चिकित्सक द्वारा शुक्राणु बढाने के उपाय (Shukranu Badhane Ke Upay in Hindi) में दिनचर्या को बदलने का परामर्श किया जाता है।

प्रश्नः वीर्य की समस्या को कैसे ठीक करें?

उत्तरः वीर्य की समस्या को ठीक करने के लिए आप बिना मिलावट वाले च्यवनप्राश का इस्तेमाल कर सकते हैं यदि आप प्रतिदिन भीगी हुई किशमिश का प्रयोग करेंगे तो आपके वीय की गुणवत्ता में सुधार होगा।

प्रश्नः शुक्राणु बढाने के लिए क्या खाना चाहिए?

उत्तरः हमारे खान पान का फर्टिलिटी पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए स्त्री एवं पुरूष को संतुलित आहार आवश्यक बताया गया है। आप प्रोटीन, बिटामिन, कार्बोहाइड्रेट व अन्य खनिज से भरपूर पदार्थ का सेवन कर शुक्राणु की संख्या में वृद्धि कर सकते हैं।

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