आधुनिक समय में लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय से संबंधित पुरुषों में विभिन्न प्रकार की शंकाएं होती हैं। अधिकतर पुरुषों का यह मानना है कि जिस पुरुष का लिंग जितना अधिक मोटा होता है। वह पुरुष किसी भी महिला को सेक्स क्रिया के समय उतना अधिक खुश कर सकता है अर्थात पुरुषों का मानना होता है, कि महिला को सेक्स संतुष्टि के लिए लंबे तथा मोटे लिंग की आवश्यकता होती है किंतु पुरुषों में यह एक भ्रम मात्र होता है, क्योंकि सेक्स क्रिया के समय पुरुषों में अच्छे सेक्स ड्राइवर की आवश्यकता होती है, जिसके कारण पुरुष लंबे समय तक महिलाओं के साथ सेक्स क्रिया कर सकते हैं तथा लिंग की नसें मजबूत होनी चाहिए, जिससे लिंग लंबे समय तक तनाव में रहे और शीघ्र स्खलन और शीघ्रपतन की समस्याएं ना हो, किंतु आधुनिक समय में शारीरिक कमजोरी के कारण पुरुषों में सेक्स ड्राइव बहुत ही कमजोर होती है। जिसके कारण पुरुष किसी महिला को सेक्स क्रिया में संतुष्ट नहीं कर पाते हैं, किंतु उनके दिमाग में यह भ्रम होता है कि वह लिंग की लंबाई मोटाई के कारण महिला को संतुष्ट नहीं कर सके हैं, इसलिए आज हम आपको लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय के बारे में जानकारी देंगे जिससे आप अपने लिंग की लंबाई तथा मोटाई को बढ़ा सकते हैं।
वास्तव में देखा जाए तो सेक्स क्रिया के दौरान पुरुषों द्वारा महिलाओं को संतुष्ट या खुश करने के लिए लंबे मोटे लिंग की आवश्यकता बहुत ही कम होती है, आवश्यकता होती है पुरुषों में अच्छी सेक्स ड्राइव की पुरुषों की सेक्स टाइम जितनी अच्छी होती है, वह पुरुष किसी भी महिला को सेक्स क्रिया में उतने अच्छे से संतुष्ट कर सकता है। इसलिए पुरुषों को अपने दिमाग से यह से यह भ्रम निकाल देना चाहिए की पुरुष लंबे तथा मोटे लिंग द्वारा महिलाओं को सेक्स क्रिया में महिलाओं को संतुष्ट कर सकते हैं। किंतु यदि आपके दिमाग में ऐसा भ्रम है तो उसे दूर करने के लिए आज हम आपको विभिन्न प्रकार के तरीके बताएंगे जिनके द्वारा लिंग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय द्वारा बढ़ा सकते हैं तथा अपने लिंग को लंबा तथा मोटा बना सकते हैं। साथ ही साथ इन दवाओं का प्रयोग करने से आप की सेक्स पावर बढ़ती है जो लंबे समय तक सेक्स क्रिया करके किसी भी महिला को संतुष्ट कर सकती है।
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सेक्स क्रिया क्या है?
जब एक महिला तथा एक पुरुष प्रजनन के लिए या शारीरिक संतुष्टि के लिए एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध स्थापित करते हैं, जिसमें शारीरिक संबंध स्थापित करने के पश्चात पुरुष तथा महिला दोनों को ही शारीरिक संतुष्टि प्राप्त होती है तथा सेक्स के उपरांत पुरुषों के लिंग से निकलने वाला वीर्य महिलाओं की योनि द्वारा महिलाओं के अंडों से निषेचन क्रिया करता है, जिसके पश्चात महिलाओं के गर्भाशय में एक भ्रूण का निर्माण होता है। इसी भ्रूण से 9 महीने पश्चात महिलाओं के गर्भाशय से एक शिशु का जन्म होता है जैसा कि आप जानते हैं पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीव प्रजनन के लिए सेक्स क्रिया करते हैं, किंतु मानव एक ऐसा प्राणी है जो प्रजनन के साथ-साथ सेक्स क्रिया का प्रयोग रोमांस तथा मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए भी करता है। सेक्स क्रिया के दौरान महिलाओं के योनि मार्ग में पुरुषों द्वारा पेनिस का पेनिट्रेशन किया जाता है, जिसके पश्चात उत्तेजित अवस्था में लिंग से वीर्य पात होता है, जिसे वीर्य स्खलन कहा जाता है। वीर्य स्खलन के पश्चात पुरुषों में सेक्स उत्तेजना समाप्त हो जाती है और यदि महिला भी सेक्स संतुष्टि प्राप्त कर लेती है, तो उसके अंदर की सेक्स उत्तेजना समाप्त हो जाती है और दोनों ही सामान्य अवस्था में आ जाते हैं।
सेक्स क्रिया के लिए लिंग की लंबाई मोटाई
हमारे शरीर का विकास बचपन से लेकर 55 तक होता रहता है, अर्थात बच्चे के पैदा होने से युवावस्था के तक शरीर का मानसिक तथा शारीरिक विकास होता रहता है, इसमें इंटरनल तथा एक्सटर्नल सभी प्रकार के अंगो का विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है। इसलिए शारीरिक विकास में हमारे शरीर को मिलने वाला पोषण बहुत अधिक मायने रखता है, क्योंकि प्रारंभिक स्थिति में जिस प्रकार का पोषण शरीर को प्राप्त होता है, हमारा शरीर उसी प्रकार से विकसित होता है इसलिए ऐसा माना जाता है कि बचपन की अवस्था में बच्चों को पर्याप्त पोषण देना बहुत ही आवश्यक होता है, क्योंकि प्रारंभिक स्तर पर बच्चों का शरीर बहुत तेजी से विकास करता है। फिर युवावस्था आते आते यह विकास दर धीमी हो जाती है तथा 22 से 23 की उम्र के पश्चात शारीरिक विकास समाप्त हो जाता है। इसलिए शरीर के विकास के क्रम में बचपन के बाद 11 से 18 वर्ष का समय बहुत अधिक मायने रखता है। मानव में उनके सेक्सुअल पार्ट का विकास या ग्रोथ 11 से 18 वर्ष के मध्य ही होती है, किंतु यह धीरे-धीरे 2 वर्ष तक होती रहती है, 21 वर्ष तक शरीर के अंगों का विकास जितना हो जाता है, हमारे शरीर का विकास वहीं पर रुक जाता है। इसलिए पुरुषों के लिंग का विकास भी 21 साल के पश्चात नहीं होता है, लिंग तथा शारीरिक विकास क्षेत्र की जलवायु पर भी निर्भर करता है। इसलिए अलग-अलग देशों के अलग-अलग व्यक्तियों के लिंग के आकार तथा रंग रूप अलग-अलग होते हैं। भारत में लिंग के सामान्य लंबाई का अनुपात निम्नलिखित है
- बिना किसी तनाव और उत्तेजना के लिंग की लंबाई 3.6 इंच
- बिना किसी तनाव और उत्तेजना के लिंग की मोटाई 3.2 इंच
- तनाव तथा उत्तेजना युक्त लिंग की लंबाई 5.1 इंच
- तनाव तथा उत्तेजना युक्त लिंग की मोटाई 4.5 इंच
लिंग की लंबाई तथा मोटाई से संबंधित मिथक
ज्यादातर पुरुषों की अवधारणा होती है की जिन पुरुषों के लिंग लंबे तथा मोटे होते हैं, वह पुरुष महिलाओं को सेक्स क्रिया के दौरान संतुष्ट करने में सक्षम होते हैं किन्तु वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ऐसा नहीं होता है, क्योंकि सेक्स क्रिया के दौरान महिलाओं की योनि में उपस्थित जी स्पॉट नामक स्थान पर अच्छे घर्षण तथा रगड़ की आवश्यकता होती है, जिसके कारण जी स्पॉट गर्म हो जाता है और महिलाएं उत्तेजित हो जाती हैं और महिलाओं में यह जी स्पॉट योनि के सबसे ऊपरी भाग में होता है, जिसमें किसी भी लंबाई या मोटाई वाला लिंग बड़ी आसानी से पहुंच सकता है। यदि आपके लिंग की लंबाई सामान्य में 3 इंच से अधिक है तो आप बड़े आसानी से महिला की योनि में उपस्थित जी स्पॉट तक पहुंच सकते हैं, किंतु महिलाओं को संतुष्ट करने के लिए जी स्पॉट मैं लंबे समय तक घर्षण होना बहुत ही आवश्यक होता है। इसलिए पुरुषों को महिलाओं के साथ लंबे समय तक सेक्स करने की आवश्यकता होती है न कि लंबे मोटे लिंग की आवश्यकता होती है। इसलिए यदि आप की सेक्स ड्राइव अच्छी है और आप किसी भी महिला के साथ लंबे समय तक सेक्स क्रिया कर सकते हैं, तो फिर आप की सेक्स पावर के आगे आपके लिंग का साइज मायने नहीं रखता है, आपके लिंग का साइज कैसा भी हो आप बड़ी आसानी से लंबे समय तक सेक्स कर के महिला को संतुष्ट कर सकते हैं। इसलिए महिला को संतुष्ट करने के लिए लंबे मोटे लिंग की आवश्यकता होती है, यह मात्र एक मिथक है।
लिंग की लंबाई तथा मोटाई कम होने के कारण
जैसा कि आप जानते हैं, हमारे शरीर का विकास जिस उम्र में होता है उस समय यदि शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है तो हमारे शरीर के सभी अंग पर्याप्त रूप से विकसित होते हैं, किंतु यदि हमारे शरीर में किसी प्रकार के पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, तो हमारा शरीर आंतरिक रुप से कमजोर रह जाता है तथा हमारे शरीर के अंगों का विकास पर्याप्त रूप से नहीं हो पाता है। इसी प्रकार जिस समय गुप्तांगों का विकास होता है, उस समय यदि हमारे शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है तो हमारे गुप्तांगों का विकास कम होता है या सामान्य से कम रह जाता है। इसलिए गुप्तांगों के विकास के लिए शरीर में पर्याप्त शारीरिक शक्ति का होना बहुत ही आवश्यक होता है। शारीरिक कमजोरी के कारण हमारे शरीर का विकास नहीं होता है, इसलिए कुछ पुरुषों में लिंग की लंबाई मोटाई कम रह जाती है। हम यह मान सकते हैं कि लिंग की लंबाई तथा मोटाई कम होने का मुख्य कारण शारीरिक कमजोरी ही होती है और यह शारीरिक कमजोरी विभिन्न कारणों से हो सकती है, जिसके कारण शारीरिक विकास में बाधा पहुंचती है। शारीरिक कमजोरी या लिंग की लंबाई मोटाई कम होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं
- शरीर में पोषक तत्वों की कमी
- मानसिक तनाव
- बहुत अधिक टाइट अंतर्वस्त्र
- बचपन की गलतियां में हस्तमैथुन
- कम उम्र में बहुत अधिक सेक्स क्रिया
- स्वप्नदोष की समस्या
- क्षेत्रीय वातावरणीय प्रभाव
- असंतुलित भोजन
लिंग का आकार बढ़ाने के लिए लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय
सेक्स क्रिया के लिए पुरुषों में मुख्य सेक्सुअल पार्ट के रूप में लिंग का निर्धारण किया गया है, जो सेक्स क्रिया में अहम भूमिका निभाता है जिस समय एक महिला तथा पुरुष के मध्य सेक्स क्रिया होती है, उस समय लिंग या पेनिस का ही पेनिट्रेशन महिलाओं की योनि में किया जाता है। इसलिए पुरुषों की नजरों से लिंग का आकार या लिंग की लंबाई तथा मोटाई सेक्स क्रिया के लिए बहुत मायने रखती है या पुरुषों का लिंग लंबा और मोटा होना बहुत ही आवश्यकता है। इसलिए जिन पुरुषों के लिंग का विकास समय पर नहीं हो पाता है उनके लिए आज हम लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय बताएंगे जिनके द्वारा लिंग को लंबा तथा मोटा बनाया जा सकता है तथा सेक्स क्रिया के समय महिलाओं को संतुष्ट करके उन्हें सेक्स का मजा दिलाया जा सकता है।
यदि आपके शरीर में उपरोक्त कारणों से शारीरिक कमजोरी हो गई है और जिसके कारण लिंग का पर्याप्त विकास नहीं हो पाया है, तो आप लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय अपनाकर लिंग को लंबा मोटा बना सकते हैं। इसलिए लिंग को लंबा मोटा बनाने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं
- लिंग को लंबा मोटा बनाने के घरेलू दवाइयां।
- लिंग को लंबा मोटा करने के व्यायाम।
- लिंग को लंबा मोटा करने के लिए आयुर्वेदिक दवाइयां।
- लिंग को लंबा मोटा बनाने के लिए विटामिंस।
लिंग को लंबा मोटा बनाने की घरेलू दवाइयां
भारतीय घरों में विभिन्न प्रकार के ऐसे खाद्य पदार्थों का प्रयोग किया जाता है, जिनमें बहुत अधिक आयुर्वेदिक औषधि गुण होते हैं, किंतु उन पदार्थों के औषधि गुणों के बारे में हमें जानकारी ना होने के कारण हम उनका प्रयोग सही से नहीं कर पाते हैं, जिसके कारण वह हमें किसी प्रकार का फायदा नहीं पहुंचाते हैं किंतु दैनिक रूप से हमारे घरों में प्रयोग किए जाने वाले बहुत सारे खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज में प्रयोग किए जाते हैं, घरों में उपस्थित खाद्य पदार्थों में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ तथा मजबूत बनाने का कार्य करते हैं। भारतीय घरों की रसोई में प्रयोग किए जाने वाले पोषक तत्वों को सही तरीके से प्रयोग किया जाए तो विभिन्न प्रकार की सेक्स संबंधित तथा अन्य बीमारियों को दूर किया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको घरेलू खाद्य पदार्थों द्वारा लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय के बारे में जानकारी देंगे, जो आपको लिंग से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करने में सहयोग कर सकती हैं। यह घरेलू खाद्य पदार्थ निम्नलिखित हैं
- प्याज
- केला
- सैल्मेंन मछली
- तरबूज
प्याज
जब हमारे लिंग में उपस्थित सभी नसों तथा मांसपेशियों में रक्त प्रवाह सामान्य बना रहता है, तो हमारे लिंग में किसी प्रकार की समस्या नहीं आती है, अर्थात लिंग की लंबाई तथा मोटाई को सामान्य बनाए रखने के लिए लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाना बहुत ही आवश्यक होता है, जिससे उनमें सामान्य रूप से रक्त प्रवाह होता रहता है और मांसपेशियों का विकास होता रहता है। इसलिए हमें दैनिक रूप से प्याज का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि प्याज में उपस्थित मैग्निशियम तथा अन्य विभिन्न प्रकार के उपयोगी तत्व हमारे लिंग की नसों को मजबूत बनाने में सहयोग करते हैं, जिसके कारण लिंग में सामान्य रूप से रक्त प्रवाह होता रहता है। जिन व्यक्तियों का लिंग छोटा तथा पतला होता है उनको दैनिक रूप से प्याज का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए, इससे शरीर में मैग्नीशियम तथा रक्त प्रवाह को संतुलित करने वाले तत्वों की मात्रा बढ़ती है, जिससे लिंग की लंबाई तथा मोटाई भी बढ़ती है।
केला
केला हमारे हृदय की रक्त वाहिकाओं को रक्त संचार के लिए प्रेरित करता है, क्योंकि केले में रक्त संचार को संतुलित करने के कुछ प्रॉपर्टी पाई जाती है जिसके कारण यदि हम दैनिक रूप से केले का प्रयोग करते हैं, तो हमारे हृदय के रक्त वाहिकाएं सामान्य रूप से कार्य करती है। रक्त वाहिकाओं के सामान्य रूप से काम करने के कारण हमारे शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त संचार सामान्य बना रहता है। जब हमारे पूरे शरीर में रक्त संचार सामान्य रहता है, तो हमारे लिंग की नसों में भी रक्त की मात्रा सामान्य रूप से पहुंचती रहती है, जिसके कारण लिंग की मांसपेशियों का विकास होता रहता है। जब लिंग में पर्याप्त रक्त संचार होता रहता है, तथा उसमें मांसपेशियों का विकास होता रहता है तो लिंग से छोटे तथा पतले होने की समस्या समाप्त हो जाती है, तथा पुरुषों का लिंग लंबा तथा मोटा हो जाता है। इसलिए जिन व्यक्तियों में लिंग के पतले होने की तथा छोटे होने की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से अपने लिंग को स्वस्थ तथा मजबूत बनाने के लिए केले का प्रयोग अधिक मात्रा में करना चाहिए। दैनिक रूप से सुबह तथा शाम एक-एक केला खाने से 1 महीने के अंदर ही परिणाम दिखाई देता है।
सैल्मेंन मछली
सालमन मछली समुद्री खारे पानी तथा मीठे पानी दोनों जगह पाई जाने वाली एक जलीय जीव है, जिसमें बहुत अधिक मात्रा में विभिन्न प्रकार के खनिज पदार्थ तथा प्रोटींस, विटामिंस उपलब्ध होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं, सालमन मछली में उपस्थित विभिन्न प्रकार के औषधीय तत्व हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं, जिसके कारण शरीर स्वस्थ तथा मजबूत होता है, जिसके कारण शरीर में किसी प्रकार की कमजोरी नहीं रहती है। शारीरिक कमजोरी दूर होने से लिंग की नसें मजबूत होती हैं, तथा उन्हें सामान्य रक्त प्रवाह होने लगता है, जिसके कारण लिंग की मांसपेशियों का विकास होने से लिंग का विकास होता है। जिन व्यक्तियों में लिंग के छोटे तथा पतले होने की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए सालमन मछली का प्रयोग करना चाहिए, जिससे उनके शरीर में पर्याप्त शारीरिक शक्ति का विकास होता है और लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ जाती है।
तरबूज
तरबूज साइट्रलाइन नामक एमिनो एसिड से समृद्ध होता है, जो रक्तचाप के लिए फायदेमंद हो सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि तरबूज में उपस्थित साइटलाइन अमीनो एसिड रक्तचाप को संतुलित करने में बहुत ही उपयोगी साबित होते हैं। इसके साथ ही तरबूज पोटैशियम का भी अच्छा स्रोत है, जिसे उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए जाना जाता है। पोटैशियम एक इलेक्ट्रोलाइट भी है, जो व्यायाम के दौरान रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसलिए जिन व्यक्तियों में रक्तचाप सामान्य ना होने के कारण शरीर के विभिन्न अंगों में संचार सामान्य रूप से नहीं हो पाता है, जिसके कारण उनके शरीर के विभिन्न अंग जैसे लिंग की नसों में कमजोरी आ जाती है। जिसके कारण लिंग का विकास नहीं हो पाता है और लिंग छोटा तथा पतला रहता है। इसलिए लिंग में पर्याप्त रक्त संचार बनाए रखने के लिए तरबूज का सेवन करना चाहिए, लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय से लिंग में पर्याप्त रक्त प्रवाह होता रहता है और लिंग की मांसपेशियां विकसित होती रहती हैं, जिसके कारण लिंग का विकास होता रहता है और लिंग लंबा तथा मोटा हो जाता है।
लिंग को लंबा मोटा करने के व्यायाम
हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम सबसे अधिक उपयोगी क्रिया मानी जाती है, जो लोग दैनिक रूप से व्यायाम करते हैं, उनको किसी प्रकार की शारीरिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। इसलिए यदि आप अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आपको दैनिक रूप से व्यायाम करना बहुत ही आवश्यक होता है। इसलिए शरीर के रक्त संचार को सामान्य बनाए रखने तथा शरीर में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना होने पाए इसके लिए दैनिक रूप से व्यायाम करना चाहिए। यदि आपके शरीर के किसी अंग में या आपके लिंग में किसी प्रकार की समस्या है जिसके कारण लिंग की लंबाई तथा मोटाई बहुत कम है, तो आप दैनिक रूप से व्यायाम कर के लिंग की लंबाई तथा मोटाई संबंधित विभिन्न प्रकार की अन्य समस्याओं को भी दूर कर सकते हैं, जो लोग छोटे तथा पतले लिंग की समस्या से जूझ रहे हैं, आज हम उनके लिए कुछ ऐसे ही स्पेशल व्यायाम बताएंगे जिनका दैनिक रूप से अभ्यास करके आप अपने लिंग को लंबा तथा मोटा बना सकते हैं। इसलिए लिंग को लंबा तथा मोटा बनाने के लिए निम्नलिखित व्यायाम करने चाहिए
- अल्टीमेट स्ट्रेचर।
- कीगल एक्सरसाईज।
- लिंग मसाज।
अल्टीमेट स्ट्रेचर
अल्टीमेट स्ट्रेचर द्वारा लिंग को लंबा तथा मोटा बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है, इस एक्सरसाइज का प्रयोग लिंग के छोटे तथा पतले व्यक्तियों द्वारा किया जाता है। जिन व्यक्तियों के लिंग में पर्याप्त रक्त संचार नहीं होता है, जिसके कारण के लिंग का विकास सामान्य रूप से नहीं हो पाता है, उनको दैनिक रूप से अल्टीमेट स्ट्रेचर का अभ्यास करते हुए अपने लिंग को लंबा तथा मोटा बनाने का अभ्यास करना चाहिए। इसका अभ्यास करने से लिंग की नसों में सामान्य रक्त संचार होने लगता है जिससे लिंग की मांसपेशियों में विकास होता है। लिंग की मांसपेशियों में विकास होने के कारण लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ने लगती हैं। अल्टीमेट स्ट्रेचर का अभ्यास करने के लिए निम्नलिखित स्टेप अपनाए जा सकते हैं
- इस एक्सरसाइज का अभ्यास करने के लिए समतल स्थान पर एक मैट बिछाते हैं।
- मैट के ऊपर रीलैक्स होकर लेट जाते हैं।
- आप अपने पेनिस की फोर स्किन को पीछे की तरफ समेट दें।
- लिंग के उभरे हुए प्राथमिक हिस्से को उंगली तथा अंगूठे की सहायता से आराम से पकड़ ले।
- उसके पश्चात उंगली तथा अंगूठे की सहायता से पकड़े हुए लिंग को अपने नाभि की तरफ खींचने का अभ्यास करें यह अभ्यास बहुत आराम से करें।
- लिंग को आराम से खींचते हुए पेट की तरफ 15 से 30 सेकंड के मध्य रोक कर रखें।
- 30 सेकंड के पश्चात 5 सेकंड का ब्रेक लेकर पुणे लिंक को अपने घुटनों की तरफ खींचा और खींच कर रखें।
- घुटनों की तरफ भी लगभग 15 से 30 सेकंड लिंग को खींच कर रखें।
- इस प्रकार 5 सेकंड का आराम लेते हुए अपने दाहिने तथा बाएं ओर भी इस क्रिया को दोहराएं।
- इस प्रकार इस एक्सरसाइज को तीन से चार बार बीच-बीच में आराम करते हुए दोहराएं।
अल्टीमेट स्ट्रेचर एक्सरसाइज करते हुए कुछ सावधानियां
लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ाने के लिए यदि आप दैनिक रूप से अल्टीमेट स्ट्रेचर एक्साइज का अभ्यास करना चाहते हैं, तो यह आपके लिंग को निश्चित रूप से लंबा तथा मोटा बना देती है, किंतु इसका अभ्यास करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक होता है। जिससे यह आपके लिंग पर कैसे विपरीत प्रभाव को न डाल सके। इसलिए इस एक्सरसाइज का अभ्यास करते समय निम्नलिखित सावधानी रखनी चाहिए
- लिंग की फॉरेस्किन को बहुत अधिक पीछे की तरफ नहीं खींचना चाहिए।
- लिंग को आगे की तरफ अंगुली तथा अंगूठे से पकड़ते समय अधिक दबाव नहीं डालना चाहिए।
- एक्सरसाइज करते समय जब लिंग को खींचते हैं तो बहुत अधिक खिंचाव नहीं उत्पन्न होना चाहिए।
- प्रारंभिक स्थिति में जितना हो सके उतनी देर ही खींचना चाहिए।
- खिंचाव के टाइम को धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए।
- खिंचाव के समय यदि पेट में किसी प्रकार का दर्द अनुभव होता है तो वहीं से लिंग को ढीला कर देना चाहिए।
कीगल एक्सरसाईज
कीगल एक्सरसाइज का अभ्यास करने से शरीर की मांसपेशियां तथा नसें मजबूत होती है, जिससे उनमें रक्त संचार सामान्य रूप से होता रहता है। इसलिए शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त संचार को सामान्य बनाए रखने के लिए कीगल एक्सरसाइज का अभ्यास किया जा सकता है। इसलिए जिन पुरुषों के लिंग में नसों की कमजोरी तथा अन्य मांसपेशियों की समस्या के कारण लिंग छोटा तथा पतला रह जाता है तो उनको दैनिक रूप से कीगल एक्सरसाइज का अभ्यास करना चाहिए। लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ महिलाओं की योनि की ढीली मांसपेशियों को मजबूत बनाकर योनि को टाइट बनाया जा सकता है। इसलिए जिन पुरुषों में लिंग की मांसपेशियों तथा नसों की कमजोरी के कारण लिंग की लंबाई तथा मोटाई सामान्य रूप से नहीं हो पाती है, उनको दैनिक रूप से कीगल एक्सरसाइज का अभ्यास करना चाहिए। लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ाने के लिए कीगल एक्सरसाइज का अभ्यास करने के लिए निम्नलिखित स्टेप अपना जा सकते हैं
- कीगल एक्सरसाइज करने से पहले पीसी मांसपेशियों को पता लगाने की आवश्यकता पड़ती है।
- पीसी मांसपेशियां पेशाब तथा मल को नियंत्रित करने का कार्य करती हैं।
- पीसी मांसपेशियां ही सेक्स के समय स्खलन को कंट्रोल करने का कार्य करती हैं।
- पीसी मांसपेशी का पता लगाने के लिए पेशाब करते समय जब आप पेशाब रोकते हैं तो पेसाब रोकने में जिस मांसपेशी का आभास होता है वही मांसपेशी पीसी मांसपेशी होती है।
- कीगल एक्सरसाइज करने के लिए पीसी मांसपेशी को संकुचित करने का अभ्यास किया जाता है।
- पीसी मांसपेशी को संकुचित करने के लिए पेशाब करते समय पेशाब को रोकते हैं तथा 5 सेकंड के लिए रोक कर रखते हैं तथा 5 सेकंड का 5 सेकंड के लिए छोड़ देते हैं फिर 5 सेकंड के लिए रोते हैं।
- यह बार-बार दोहराते रहते हैं जिससे पीसी मांसपेशी बार बार संकुचित किया जा सकता है।
लिंग की मसाज
यदि लिंग की मांसपेशियों की कमजोरी के कारण लिंग में पर्याप्त रक्त संचार नहीं हो पाता है, जिसके कारण लिंग की मांसपेशियों का विकास नहीं हो पाता है। लिंग की मांसपेशियों का विकास पर्याप्त रूप से ना होने के कारण लिंग की लंबाई तथा मोटाई सामान्य अवस्था में नहीं हो पाती है, इसलिए लिंग को सामान्य अवस्था में बनाने के लिए लिंग की मांसपेशियों तथा नसों को मजबूत बनाने के लिए उनको दैनिक रूप से मसाज करना चाहिए। मसाज करने से लिंग की नसों में पर्याप्त रक्त संचार होने लगता है, जिससे लिंग की मांसपेशियों में विकास प्रारंभ हो जाता है, इसलिए लिंग को मजबूत बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तेल द्वारा लिंग की मसाज करनी चाहिए। लिंग के मसाज करने के लिए निम्नलिखित स्टेप अपनाए जा सकते हैं।
- लिंग की मसाज करने वाले आयुर्वेदिक तेल ओं को लेना चाहिए।
- लिंग के चारों तरफ तेल को लगाना चाहिए।
- उंगलियों तथा अंगूठे की सहायता से लिंग के पीछे की तरफ से आगे की तरफ को धीरे-धीरे मसाज करनी चाहिए।
- मसाज करते समय बहुत हल्के हाथों का प्रयोग करना चाहिए।
- लिंग के चारों तरफ उंगलियों को घुमा घुमा कर बहुत हल्के हाथों से लिंग की मसाज करनी चाहिए।
- लिंग मसाज करते समय लिंग में उत्तेजना उत्पन्न हो सकती है।
- उत्तेजना के समय हस्तमैथुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए इससे आपके लिंग को नुकसान हो सकता है।
लिंग की मसाज करते समय सावधानियां
लिंग हमारे शरीर का एक नाजुक हिस्सा होता है, यह बहुत ही सेंसिटिव होता है। इसलिए लिंग की मसाज करते समय यदि थोड़ी भी असावधानी घटी तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए लिंग की मसाज करते समय निम्नलिखित सावधानियों को ध्यान में रखते हुए लिंग की मसाज करनी चाहिए।
- त्वचा की सेंसिटिविटी के अनुसार ही तेलों का चयन करना चाहिए।
- मसाज करते समय लिंग पर बहुत अधिक दबाव नहीं डालना चाहिए।
- मसाज के समय लिंग की त्वचा को अधिक रगड़ना नहीं चाहिए।
- केवल आयुर्वेदिक तेलों का प्रयोग ही करना चाहिए।
लिंग के मसाज करने के लिए आप निम्नलिखित तेलों का प्रयोग कर सकते हैं
- NKB HorsePower
- CORE & PURE Sensual Massage Oil
- LAAL GHODA Ayurvedic Oil
- Max Ayurveda Musli Premium & king Power Oil
- Dr Vedic 100% Pure & Natural Oil
- AADHAR PerforMANce Oil
- Vigini Natural Hammer King Gel
- जापानी तेल (Japani Oil)
- सांडे का तेल
- मल्ल तेल (Mall Oil)
- स्टे ऑन ऑल (stay on Oil)
लिंग को लंबा मोटा करने के लिए आयुर्वेदिक दवाइयां
आयुर्वेदिक दवाइयां हमारे शरीर को किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाए बिना विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करती हैं, इसलिए यदि आप आयुर्वेदिक दवाइयों द्वारा लिंग की लंबाई और मोटाई को बढ़ाना चाहते हैं, तो आप बड़ी आसानी से इन दवाओं का प्रयोग करते हुए लिंग के पतले तथा छोटे होने की समस्या को ठीक कर सकते हैं। आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा प्राचीन काल से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता था, जिससे बीमारियां जड़ से ठीक हो जाती थी और शरीर पर उन दवाओं का कोई भी साइड इफेक्ट दिखाई नहीं देता था। किंतु इस प्रकार की दवाइयों से किसी भी बीमारी को ठीक करने में थोड़ा लंबा समय लगता है, इसलिए बहुत कम लोग ही आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करते हैं, जो लोग किसी भी समस्या से शीघ्र छुटकारा पाना चाहते हैं वह इन दवाओं का प्रयोग नहीं करना चाहते हैं, जबकि यह दवाइयां किसी भी बीमारी को जड़ से समाप्त करने का कार्य करते हैं इस प्रकार यदि आप आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा अपने लिंग की लंबाई मोटाई को बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित दवाइयां पर या आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग करना चाहिए।
- गोखरू चूर्ण।
- जिनसेंग।
- एल आर्जिनिन।
- माका।
- जिन्को बाईलोबा।
- हर्बल वियाग्रा।
गोखरू चूर्ण
गोखरू भारत के गंगा के समतल मैदानी क्षेत्रों में पाए जाने वाला एक पौधा होता है, जो जमीन की सतह से चिपका हुआ होता है जिसके पत्ते चने के आकार के होते हैं गोखरू वर्षा ऋतु में जमीन पर फैलकर बढ़ने वाला, शाखा-प्रशाखायुक्त पौधा होता है। इसके तने 1.5 मी लम्बे, और जमीन पर फैले हुए होते हैं। शाखाओं के नये भाग मुलायम होते हैं; पत्ते चने के पत्तों के समान, परन्तु आकार में कुछ बड़े होते हैं। इसके फूल पीले, छोटे, चक्राकार, कांटों से युक्त, इसके फल छोटे, गोल, चपटे, पांच कोण वाले, 2-6 कंटक युक्त व अनेक बीजी होते हैं। इसकी जड़ मुलायम रेशेदार, 10-15 सेमी लम्बी, हल्के भूरे रंग के एवं थोड़े सुगन्धित होते हैं। गोखुरू अगस्त से दिसम्बर महीने में फलते-फूलते हैं तथा उसके पश्चात इन के पौधे सूखने लगते हैं तथा मई-जून में यह सूखकर केवल गोखरू के कांटे के रूप में दिखाई देते हैं इनको इसका गोखरू चूर्ण बनाया जाता है गोखरू के इस दोनों को लिंग की नसों को मजबूत बनाने के लिए सुबह शाम गुनगुने दूध के साथ लिया जाता है गोखरू चूर्ण का सेवन जब तक लिंग की मांसपेशियां मजबूत नहीं हो जाती हैं तब तक किया जाता है जिसके पश्चात लिंग की मांसपेशियों का विकास होता है और लिंग लंबा तथा मोटा हो जाता है इसलिए जो व्यक्ति अपने लिंग को लंबा तथा मोटा बनाना चाहते हैं वह दैनिक रूप से गोखरू चूर्ण का प्रयोग कर सकते हैं
जिनसेंग
प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधियों के रूप में पाई जाने वाली वनस्पति जिंनसेंग मुख्य रूप से चाइनीज आयुर्वेदिक वनस्पति है जिसका प्रयोग प्राचीन काल से है विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने तथा शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए किया जाता है जिन व्यक्तियों में शारीरिक ऊर्जा की कमी होती है जिनसेंग का प्रयोग करने से शरीर में शारीरिक का विकास होता है और शरीर स्वस्थ तथा मजबूत हो जाता है इसलिए शारीरिक कमजोरी के कारण होने वाली लिंग के छोटे तथा पतले होने की समस्या से जूझ रहे लोगों को दैनिक रूप से जिनसेंग का प्रयोग करना चाहिए जिन विधियों में शारीरिक कमजोरी के कारण उनका लिंग छोटा था तब पतला रह जाता है उनको जिनसेंग युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिससे उनके लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ जाती है जिनसेंग का प्रयोग शारीर को मजबूत बनाने तथा तनाव मुक्त बनाने के लिए किया जाता है, जिनसेंग को चिकित्सीय प्रक्रिया में शताब्दियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह एक पौधा है, जिसके डंठल को दवाई बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जिनसेंग के कई प्रकार होते हैं, जैसे- एशियन जिनसेंग, अमेरिकन जिनसेंग, साइबेरियन जिनसेंग आदि। साइबेरियन जिनसेंग (Ginseng) को एडाप्टोजेन भी कहा जाता है।
एल आर्जिनिन
जिन व्यक्तियों के शरीर में शारीरिक कमजोरी आयोग इस प्रकार की शारीरिक समस्याओं के कारण उनकी क्लीन की मांसपेशियों का विकास नहीं हो पाता है जिसके कारण उनका लिंग छोटा पतला रह जाता है लिंग के छोटे तथा पतला होने के कारण वह किसी महिला को सेक्स क्रिया में पर्याप्त रूप से संतुष्ट नहीं दे पाते हैं इसलिए ऐसे व्यक्ति अपने लिंग को लंबा मोटा बनाने का प्रयास करते हैं इसलिए पेनिस के साइज को बड़ा करने के लिए एल आर्जिनिन का इस्तेमाल बहुत प्राचीन समय से होता आ रहा है। यह एक प्रकार के अमिनो एसिड की तरह काम करता है यह लिंग में रक्त के प्रवाह को सुचारु रूप से सही करता है जिसकी वजह से लिंग लम्बा दिखाई देने लगता है। बिना किसी डॉक्टर के परामर्श के एल-आर्गिनन का सेवन न करे। जिन लोगो को अधिक रक़्तचाप की समस्या, उनके लिए यह दवाई लेना निषेध है।
माका
माका रूट विभिन्न प्रकार के रंग की हो सकती हैं जैसे लाल, बैंगनी, क्रीम, पीला या काला। यह 10 से 14 से.मी. लंबा और 3-5 सेमी चौड़ा हो सकता है। माका ठंडी जलवायु में अच्छी तरह से विकास करता है। माका रूट पाउडर का उपयोग विभिन्न व्यंजनों में मिलाकर किया जा सकता है। अपने औषधीय गुणों के कारण माका ने अपनी विशेष पहचान बना ली है जो कि यौन स्वास्थ्य (Sexual health) को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जाता है। माका रूट के और भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं। मका रूट का प्रयोग लिंग की मांसपेशियों के विकास में प्रयोग किया जाता है। जिन व्यक्तियों के लिंग में शारीरिक कमजोरी या विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं के कारण लिंग मांसपेशियां तथा नसें कमजोर होती है, तो माका रूट का प्रयोग किया जाता है। मका रूट का प्रयोग करने से लिंग से संबंधित सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं तथा लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ जाती है। इसलिए यदि आप अपने लिंग की लंबाई तथा मोटाई को बढ़ाना चाहते हैं तो आपको दैनिक रूप से माका रूट का प्रयोग करना चाहिए।
जिन्को बाईलोबा
जिंको बाईलोबा एक प्राकृतिक हर्ब है जिसको 1000 वर्ष पूर्व बौद्ध भिच्छुओ द्वारा उगाया गया था। गिंको बाईलोबा के बीज और पत्तियों से बना अर्क एक आयुर्वेदिक सप्लीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जिंको बाईलोबा कहां पर हो शारीरिक शब्द के विकास तथा विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। इसलिए जिन व्यक्तियों के लिंग की कमजोरी के कारण लिंग छोटा तथा पतला रह जाता है, उनके द्वारा जिंको बाईलोबा का इस्तेमाल लिंग को मोटा तथा लंबा बनाने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग करने से शारीरिक शक्ति में विकास होता है, जिसके कारण लिंग की नसें मजबूत होती हैं। लिंग की नसें मजबूत होने से लिंग में रक्त संचार सामान्य होने लगता है, जिसके कारण लिंग में मांसपेशियों का विकास होता है, मांसपेशियों के विकास के कारण लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ जाती है।
हर्बल वियाग्रा
पहाड़ी क्षेत्रों में हर्बल वियाग्रा प्राकृतिक रूप से पाई जाती है, जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्याओं से बचने के लिए प्राचीन काल से किया जाता है। वियाग्रा का प्रयोग विभिन्न प्रकार के सेक्स संबंधित उत्तेजना प्रदान करने वाली दवाओं में प्रयोग किया जाता है, जिसमें सेक्स टाइमिंग बढ़ाने के गुण पाए जाते हैं। इसलिए इसका प्रयोग शरीर में रक्त संचार को सामान्य बनाए रखने के लिए किया जाता है। हर्बल वियाग्रा की दवाओं से आपको दूर रहना चाहिए इसे कई तरह के जड़ी बूटियों को मिलाकर बनाया जाता है, जो उत्पाद लिंग बड़ा करने के जादुई उपाय बताते हैं किंतु यदि आपको लिंग बड़ा करने तथा मोटा बनाने की आवश्यकता है, तो आप डॉक्टर की सलाह पर हर्बल वियाग्रा का प्रयोग कर सकते हैं।
लिंग को लंबा मोटा बनाने के लिए विटामिंस
विटामिन हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं, विटामिंस का प्रयोग हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की क्रियाओं तथा शरीर के विकास में प्रयोग किया जाता है। हमारे शरीर में विटामिन की कमी हो जाती है, तो हमारा शरीर कमजोर होने लगता है जिसके कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इन समस्याओं के कारण हमारा शरीर के विभिन्न अंग कमजोर हो जाते हैं। इसी प्रकार शरीर में यदि विटामिंस की कमी होती है तो लिंग कमजोर तथा छोटा हो जाता है। इसलिए लिंग को मजबूत तथा लंबा मोटा बनाने के लिए निम्नलिखित विटामिंस का प्रयोग दैनिक रूप से करना चाहिए
- विटामिन ए
- विटामिन सी
- विटामिन बी5
लिंग की लंबाई मोटाई कम होने के मुख्य कारण
लिंग की लंबाई तथा मोटाई होने का मुख्य कारण आपको जैसा बताया गया है, कि मुख्य रूप से कमजोरी होती है, जो हमारे शरीर में होने वाली कमजोरी हमारी विभिन्न प्रकार की लापरवाही के कारण होती है। यदि अपनी दैनिक दिनचर्या तथा खानपान में परिवर्तन किया जाए तो शरीर में होने वाली कमजोरी को दूर किया जा सकता है। इसलिए आपको हम आज कुछ ऐसे कारण बता रहे हैं जिसके द्वारा शारीरिक कमजोरी हो सकती है। इसलिए यदि आप अपने आपको शारीरिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं, तब आप अपने लिंग में हुई कमजोरी के कारण लिंग की लंबाई तथा मोटाई को बढ़ाना चाहते हैं। लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय अपनाए तो निम्नलिखित कार्य को नहीं करना चाहिए
- धूम्रपान नहीं करना चाहिए।
- अल्कोहल का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
- पोषण खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- दैनिक रूप से व्यायाम करना चाहिए।
- हस्तमैथुन जैसी अनैतिक क्रियाएं नहीं करनी चाहिए।
- मानसिक तनाव से दूर रहना चाहिए।
- प्राइवेट पार्ट में संक्रमित व्यक्ति के साथ सेक्स क्रिया नहीं करनी चाहिए।
निष्कर्ष
किसी महिला तथा पुरुष के मध्य सेक्स एक प्राथमिक जरूरत के रूप में दैनिक क्रिया की तरह प्रयोग में लाया जाता है, महिला तथा पुरुषों में सेक्स के लिए अंगों के रूप में प्रयोग किए जाने वाले योनि तथा लिंग होता है। पुरुषों में लिंग की लंबाई तथा मोटाई सेक्स के लिए बहुत अधिक मायने रखती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सेक्स क्रिया पर बहुत अधिक लंबे तथा मोटे लिंग का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन पुरुषों के मानसिक दृष्टिकोण से लिंग का लंबा तथा मोटा होना बहुत आवश्यक होता है। इसलिए बहुत सारे पुरुष अपने लिंग को मोटा तथा लंबा बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के तरीके प्रयोग किए जाते हैं, किंतु उन तरीकों की जानकारी ना होने के कारण हमको इसका कोई फायदा नहीं मिल पाता है। इसलिए उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार के लीग लंबाई मोटाई घरेलू उपाय आयुर्वेदिक उपाय के साथ-साथ व्यायाम के बारे में जानकारी दी गई है जिसके द्वारा कोई भी पुरुष अपने लिंग को लंबा तथा मोटा बना सकता है।
लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्न
ज्यादा हस्तमैथुन करने के कारण मेरा लिंग पतला हो गया है, मैं क्या करूं?
यदि आपने कम उम्र में या युवा अवस्था में बहुत अधिक हस्तमैथुन किया है, जिसके कारण लिंग की नसें पतली हो गई हैं। लेकिन नसे पतली होने के कारण लिंग में पर्याप्त रक्त संचार नहीं होता है और उनकी मांसपेशियों का विकास नहीं हो पाता है, जिसके कारण लिंग बहुत छोटा तथा पतला हो गया है। इसके लिए आपको उपरोक्त लेख में बताएंगे विभिन्न प्रकार की दवाओं के साथ-साथ एक्सरसाइज करना बहुत ही आवश्यक है, तथा उपरोक्त तरीके से आप अपने लिंग को लंबा तथा मोटा बना सकते हैं।
लिंग की लंबाई तथा मोटाई बढ़ाने का कोई उपाय बताइए?
लिंग की लंबाई तथा मोटाई को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक तत्वों के साथ घरेलू उपचार था का प्रयोग किया जाता है। जिनमें शरीर की कमजोरी को दूर करके लिंग को मजबूत बनाने तथा उनकी मांसपेशियों को विकसित करने के गुण पाए जाते हैं। लिंग के मांसपेशियों को विकसित करने के लिए प्याज, केला, माका, जिंको बाईलोबा तथा हर्बल वियाग्रा के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के विटामिंस का प्रयोग करके लिंग को लंबा तथा मोटा किया जा सकता है।
लिंग के साइज को लंबा और मोटा करने के लिए क्या खाएं?
लिंग के साइज को बढ़ाने के लिए सबसे पहले लिंग के छोटे तथा पतले होने का कारण जानना बहुत ही आवश्यक होता है। यदि आप लिंग साइज के कमजोर होने के कारण को जान जाते हैं, तो उस कारण को जानकर उस कारण का इलाज किया जा सकता है। इसलिए उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार के दवाओं तथा आयुर्वेदिक पदार्थों के बारे में बताया गया है जिनका प्रयोग करके लिंग को लंबा और मोटा किया जा सकता है।
क्या है पेनिस सर्जरी का प्रोसेस?
आधुनिक समय में टेक्नोलॉजी के बढ़ने के कारण कोई भी कार्य संभव नहीं है इसलिए शोध के अनुसार लिंग के साइज को बढ़ाने के लिए जो भी सर्जरी की तकनीक अपनायी जाती है। उनका सुरक्षा, प्रभावशीलता और रोगी की संतुष्टि को लेकर मिले जुले परिणाम होते हैं। लिंग में एक लिगामेंट होता है जो लिंग को इरेक्शन में मदद करता है। सर्जरी में लिंग के साइज को बढ़ने के लिए इस लिगामेंट को काट दिया जाता है। इसके बाद हड्डी और उस काटे हुए लीगामेंट के बीच में स्किन ग्राफ्टिंग कर दी जाती है। इससे लिंग बाहर की तरह निकल जाता है और इसका साइज बड़ा लगने लगता है।
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