पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं?

आधुनिक समय में प्रत्येक महिला को प्रेग्नेंट होने से संबंधित विभिन्न बातों की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक होता है, जिससे महिलाएं सही समय पर पर प्रेग्नेंट हो सके और एक स्वस्थ संतान को जन्म दे सकें। भारत में सेक्स से संबंधित किसी प्रकार की शिक्षा को निम्न स्तर पर उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप भारतीय महिलाओं को या लड़कियों को पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं या पीरियड्स में किस समय सेक्स किया जाए तो प्रेग्नेंसी के चांस ज्यादा होते हैं, ऐसी कोई भी जानकारी उनके पास नहीं होती है।

महिलाओं के पास सेक्स तथा प्रेगनेंसी से संबंधित जानकारी ना होने के कारण महिलाएं असुरक्षित यौन संबंध करती हैं और बिना किसी प्लानिंग के गर्भ धारण कर लेती हैं। ऐसी स्थिति में कुछ महिलाएं बिना प्लान किए गए बच्चे को अबॉर्शन द्वारा नष्ट कर देती हैं और कुछ महिलाओं को मजबूरन बच्चे को जन्म देना पड़ता है। यह दोनों ही स्थितियां महिलाओं के लिए दुखद होती है जिनके कारण उनका जीवन प्रभावित होता है। इसलिए महिलाओं को गर्भधारण से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है। 

पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं

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पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं से संबंधित जानकारी

अधिकतर महिलाओं के दिमाग में यही प्रश्न आते हैं कि पीरियड के पश्चात सेक्स करने से गर्भधारण होता है, जिसके शंका के समाधान के लिए कुछ महिलाएं पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं या पीरियड के कितने दिन बाद असुरक्षित यौन संबंध स्थापित किया जा सकता है की जानकारी को इंटरनेट के विभिन्न माध्यमों द्वारा खोजती हैं।

किंतु कभी-कभी इंटरनेट पर उपलब्ध ब्लॉग या विभिन्न लेखों के माध्यम से सही जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाती है, और सही जानकारी के अभाव में महिलाएं गलत तरीके से या गलत समय पर असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करती हैं, जिससे उनको अनचाहे गर्भ का सामना करना पड़ता है और गर्भधारण के पश्चात अबॉर्शन या बच्चे को जन्म देने के अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है। अबॉर्शन के विभिन्न तरीकों का प्रयोग करने के कारण कभी-कभी महिलाओं को विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही बिना किसी प्लानिंग के गर्भ धारण करके बच्चे को जन्म देने में भी विभिन्न समस्याएं आती हैं।

गर्भधारण (Pregnancy)

गर्भधारण

जब महिलाओं में पीरियड के समय ओल्यूशन टाइम होता है तो जिस समय महिलाओं के अंडाशय से अंडे परिपक्व होकर गर्भाशय नाल में पहुंचते हैं और उस समय असुरक्षित यौन संबंध स्थापित किए जाते हैं, तो पुरुषों के वीर्य में उपस्थित शुक्राणु अंडों के साथ मिलकर निषेचन क्रिया करते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप महिलाओं के गर्भाशय में भ्रूण का निर्माण होता है, जिसमें भ्रूण परिपक्व होकर 9 महीने के पश्चात एक शिशु के रूप में जन्म लेता है।

महिलाओं में ओल्यूशन पीरियड के समय शारीरिक संबंध स्थापित करने के कारण पुरुषों के स्पर्म तथा महिलाओं के अंडों के कारण निषेचन क्रिया के पश्चात भ्रूण के निर्माण को गर्भधारण कहा जाता है। गर्भधारण एक प्राकृतिक क्रिया है जो पीढ़ी दर पीढ़ी मनुष्य के विकास में सहयोग करती हैं, जिसके परिणाम स्वरूप लाखों सालों से पृथ्वी पर मनुष्य का अस्तित्व बना हुआ है, गर्भधारण तथा संतानोत्पत्ति को प्रजनन क्रिया के नाम से जाना जाता है। मानव शरीर पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीवधारी अलग-अलग तरीके तत्काल अलग-अलग समय पर प्रजनन क्रिया करते रहते हैं, जिसके कारण सभी जीव धारियों का अस्तित्व पृथ्वी पर बना हुआ है।

ओल्यूशन पीरियड (Ovulation Period)

पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं

महिलाओं के अंडाशय में अंडो का निर्माण होता रहता है, जब अंडे परिपक्व हो जाते हैं तो अंडाशय में ओल्यूशन की प्रक्रिया प्रारंभ होती है, जिसमें फॉलिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन का प्रभाव बढ़ने लगता है और अंडे परिपक्व होकर अंडाशय से बाहर निकलकर फेलोपियन ट्यूब में पहुंच जाते हैं। यह समय महिलाओं के लिए गर्भधारण का सबसे उचित समय होता है।

फैलोपियन ट्यूब में मासिक धर्म के 6 से 14 दिनों तक अंडे उपस्थित होते हैं, जो पुरुषों के स्पर्म से निषेचित होकर गर्भाशय में भ्रूण का निर्माण करते हैं और यदि इस टाइम पीरियड के समय सेक्स क्रिया नहीं की जाती है या सेक्स क्रिया के समय प्रोटेक्शन का प्रयोग किया जाता है, तो महिलाएं गर्भधारण से बच जाती हैं और अंडे योनि मार्ग से बाहर निकल जाते हैं अर्थात पीरियड प्रारंभ होने के 6 से 14 दिनों तक ओल्यूशन पीरियड होता है। जिस समय महिलाओं में गर्भधारण करने की सबसे अधिक संभावनाएं होती हैं, किंतु कुछ महिलाओं मैं यह शंका होती है कि पीरियड्स के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं, तो ऐसा संभव नहीं है की प्रेगनेंसी के बाद पीरियड होते हैं क्योंकि यदि आप प्रेग्नेंट हो जाती हैं तो पीरियड बंद हो जाते हैं।

पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं

शादी के पश्चात महिलाएं प्रेग्नेंट होने से संबंधित विभिन्न प्रकार की बातों का समस्याओं के बारे में जानकारी रखने की कोशिश करती हैं, जिससे वह अपनी प्लानिंग के अनुसार गर्भधारण कर सकें सही समय पर किसी बच्चे को जन्म दे सकें किंतु कभी-कभी महिलाओं को सही जानकारी उपलब्ध नहीं होती है, जिसके कारण महिलाएं अनचाहे गर्भ से परेशानी का सामना करती हैं।

इसलिए अधिकतर महिलाओं में के मस्तिष्क में प्रेगनेंसी से संबंधित विभिन्न प्रश्न होते हैं, जिसमें पीरियड्स के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं या पीरियड के कितने दिन बाद सेक्स करने से प्रेग्नेंट होते हैं अथवा प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड के कितने दिनों बाद या पहले शारीरिक संबंध स्थापित करना चाहिए, ऐसे ही कुछ विभिन्न प्रकार की बातों के बारे में विभिन्न प्रकार के महिलाओं के सवाल होते हैं। जिनके जवाब महिलाओं के पास नहीं होते हैं और महिलाएं ऐसी बातें को करने के लिए डॉक्टर के पास जाने में संकोच करती हैं, और प्रेगनेंसी से संबंधित विभिन्न प्रकार के बातों की जानकारी इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त करने की कोशिश करती हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें सही जानकारी प्राप्त नहीं होती है।

पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं या पीरियड से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याओं के बारे में महिलाओं को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आज के इस लेख में हम डॉ रणदीप द्वारा दिए गए विभिन्न प्रेगनेंसी से संबंधित प्रश्नों की जानकारी उपलब्ध कराएंगे, जो महिलाओं के गर्भधारण से संबंधित विभिन्न प्रकार के समस्याओं का हल करने में सहयोग कर सकती है। इस जानकारी में डॉ रणदीप द्वारा महिलाओं द्वारा पूछे गए प्रेगनेंसी से संबंधित विभिन्न प्रश्नों की जानकारी उपलब्ध है। जो निम्नलिखित है

क्या मैं अपने पीरियड से 5 दिन पहले गर्भवती हो सकती हूँ?

यदि आप किसी प्रकार का असुरक्षित शारीरिक संबंध स्थापित करते हैं, और उस समय आपको गर्भधारण की शंका होती है तो आपको प्रेगनेंसी टेस्ट कर लेना चाहिए किंतु प्रेगनेंसी टेस्ट असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करने के पश्चात पीरियड ना आने के स्थिति में किया जाता है। किंतु यदि आप ने पीरियड से 5 दिन पहले सेक्स किया है और 5 दिन बाद आपको पीरियड से हो गए हैं, तो इसका मतलब है कि आप गर्भवती नहीं हुई है और ऐसी स्थिति में आप गर्भवती को भी नहीं सकती हैं क्योंकि गर्भधारण के पश्चात पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं, क्योंकि गर्भधारण के पश्चात अंडाशय में अंडों का निर्माण बंद हो जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप पीरियड से आने बंद हो जाते हैं, इसलिए पीरियड से पहले किए गए सेक्स द्वारा गर्भधारण करना असंभव हो सकता है। 

पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं?

यदि आप गर्भधारण करना चाहती हैं आपको पीरियड के पश्चात ओलूशन पीरियड में सेक्स करने की आवश्यकता है, क्योंकि पॉल्यूशन पीरियड के पूर्व सेक्स क्रिया करने से गर्भधारण नहीं हो सकता है। इसलिए यदि आप पीरियड्स के पहले सेक्स किया करते हैं तो गर्भधारण की संभावनाएं नहीं रहती हैं। इसलिए जिन महिलाओं के मन में यह सवाल रहता है कि पीरियड्स के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं उनके लिए मैं बता दूं कि पीरियड्स के पूर्व सेक्स क्रिया से प्रेग्नेंट होना असंभव है क्योंकि उस समय अंडों का निर्माण होता है और अंडे पोलूशन पीरियड में ही अंडाशय से फेलोपियन ट्यूब मैं पहुंचते हैं।

जहां पर शुक्राणु द्वारा अंडों का निषेचन होता है, जिसके परिणाम स्वरूप गर्भधारण संभव हो सकता है किंतु पीरियड्स के पहले अंडे अंडाशय के अंदर होते हैं, जिसके कारण शुक्राणुओं के साथ अंडों का निषेचन संभव नहीं हो पाता है, जिसके परिणाम स्वरूप पीरियड से पहले सेक्स करने से प्रेगनेंसी संभव नहीं है।

आपको कैसे पता चलेगा कि आपका पीरियड आ रहा है या आप गर्भवती हैं?

यदि कोई महिला ओल्यूशन पीरियड के समय असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करते हैं, और वह गर्भवती हो जाती है तो उसके शरीर में विभिन्न प्रकार के बदलाव दिखाई देते हैं। जिनके परिणाम स्वरूप महिला अपने अगले पीरियड के पहले ही गर्भधारण के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकती है। जिन महिलाओं के प्रश्न होता है कि अगले पीरियड से पहले कैसे पता करें कि हम गर्भवती हैं पीरियड आ रहा है, इसके लिए यदि महिलाओं के शरीर में निम्न बदलाव जैसे जी मिचलाना, स्तनों में कोमलता या हल्का दर्द महसूस करना, अधिक थकान तथा कमजोरी महसूस करना आदि लक्षण दिखाई देते हैं, तो यह प्रेगनेंसी के प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं, इन्हें कंफर्म करने के लिए आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं।

प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए आप प्रेगनेंसी किट या अल्ट्रासाउंड करवा सकती हैं, जिससे आपको पीरियड आने के पहले ही प्रेगनेंसी की कन्फर्मेशन हो जाती है। किंतु यदि आप का अगला पीरियड मिस हो जाता है और आपके शरीर में उपरोक्त सभी लक्षण दिखाई देते हैं, तो गर्भधारण की संभावनाएं अधिक होती हैं और ऐसी स्थिति में आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं। 

पीरियड से पहले कैसे पता करें कि मैं प्रेग्नेंट हूं?

यदि आप अपने आने वाले पीरियड से पहले प्रेगनेंसी को कंफर्म करना चाहती हैं, तो आप प्रेगनेंसी टेस्ट द्वारा होने वाली प्रेगनेंसी के बारे में कंफर्म कर सकती हैं। इसके अलावा आपके शरीर में कुछ शारीरिक बदलाव भी होते हैं, जो प्रेगनेंसी की तरफ इशारा करते हैं किंतु यह शारीरिक बदलाव कभी-कभी विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं। इसलिए शारीरिक लक्षणों के अलावा प्रेगनेंसी कंफर्म करने के लिए प्रेगनेंसी टेस्ट बहुत ही आवश्यक होता है। 

पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है?

इराक के पश्चात जब महिलाओं में ऑल्यूशन पीरियड प्रारंभ होता है, उस समय गर्भधारण की संभावनाएं सबसे अधिक होती हैं, क्योंकि उस समय अंडाशय से अंडे परिपक्व होकर फैलोपियन ट्यूब में पहुंच जाते हैं, जहां पर पुरुषों के स्पर्म के साथ निषेचन क्रिया के पश्चात गर्भाशय में स्थापित हो जाते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप भ्रूण का निर्माण होता है पीरियड्स के 6 से 14 दिन के मध्य महिलाओं में ऑल्यूशन पीरियड प्रारंभ होता है।

जिस समय गर्भधारण की संभावनाएं सबसे अधिक होती हैं इसलिए जो महिलाएं गर्भधारण करना चाहती हैं वह पीरियड प्रारंभ होने के 6 से 14 दिन के मध्य दैनिक रूप से या 1 दिन छोड़कर शारीरिक संबंध स्थापित कर सकती हैं और जो महिलाएं गर्भधारण करना नहीं चाहती हैं, वह पॉल्यूशन पीरियड के समय असुरक्षित यौन संबंध स्थापित ना करें यदि वे यौन संबंध स्थापित करना चाहती हैं, तो गर्भनिरोधक कंडोम का प्रयोग कर सकती हैं जिससे उनको गर्भधारण की संभावना नहीं रहती है। 

क्या पीरियड्स में शारीरिक संबंध बनाने पर प्रेगनेंसी हो सकती है?

जैसा कि उपरोक्त बताया गया कि कुछ महिलाओं का याद ही मानना होता है, कि पीरियड से कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं और पीरियड के कितने दिन बाद शारीरिक संबंध स्थापित करने से गर्भ धारण किया जा सकता है। किंतु 90% महिलाओं के यह प्रश्न भी होते हैं कि क्या पीरियड्स के समय सारी संबंध स्थापित करने से गर्भ धारण हो सकता है तो ऐसी महिलाओं की जानकारी के लिए हम बता देंगे जिस समय पीरियड होते हैं उस समय शारीरिक संबंध स्थापित करने से गर्भधारण की संभावना रहती है।

किंतु बहुत कम होती है किंतु यदि आप पीरियड के पश्चात होने वाले ऑल्यूशन पीरियड में सेक्स क्रिया करती है, तो गर्भधारण की संभावनाएं अधिक होती है। इसलिए पीरियड के समय शारीरिक संबंध स्थापित करने से होने वाली प्रेगनेंसी को नकारा तो नहीं जा सकता है, किंतु इसकी संभावनाएं कम होती हैं।

कितने दिन पश्चात प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?

यदि आपने ऑल्यूशन पीरियड के समय असुरक्षित यौन संबंध स्थापित किया है और आपको गर्भधारण से संबंधित शंका है और आपके शरीर में प्रेगनेंसी के लक्षण जैसे स्तनों में बदलाव, शारीरिक तो आप में परिवर्तन,  जी मिचलाना, शारीरिक कमजोरी महसूस होना, थकान महसूस होना आदि दिखाई देते हैं तो आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए आप विभिन्न तरीकों में से किसी एक को अपना सकती हैं। आप चाहे तो डॉक्टर से संपर्क कर सकती हैं या फिर घर में ही प्रेगनेंसी किट द्वारा प्रेगनेंसी टेस्ट किया जा सकता है। यदि आपने ऑल्यूशन पीरियड में असुरक्षित यौन संबंध स्थापित किया है तो आप 2 से 3 दिन पश्चात प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं।

गर्भधारण की सबसे अधिक संभावनाएं कब होती हैं?

गर्भधारण से संबंधित महिलाओं में अलग-अलग प्रकार की मिथ बातें फैली होती हैं, जिससे महिलाओं के मस्तिष्क में पीरियड्स के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं या पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ धारण कर सकते हैं, जैसे प्रश्न घूमते रहते हैं किंतु आपकी जानकारी के लिए हम बताते हैं कि गर्भधारण की सबसे अधिक संभावनाएं ऑल्यूशन पीरियड के समय होती हैं।

ऑल्यूशन पीरियड महिलाओं में पीरियड प्रारंभ होने के 6 से 14 दिनों के मध्य होता है। यह समय कुछ महिलाओं में भिन्न भी हो सकता है, किंतु जिन महिलाओं का मासिक चक्र का समय 28 से 32 दिन का होता है उनमें पीरियड के 6 दिन बाद से 14 दिनों तक ऑल्यूशन टाइम होता है जिस समय गर्भधारण की संभावनाएं सबसे अधिक होती हैं। यदि कोई महिला गर्भ धारण करना चाहती है तो ऑल्यूशन पीरियड के समय दैनिक रूप से या 1 दिन छोड़कर सेक्स क्रिया करने से प्रेगनेंसी कंसीव करने में आसानी रहती है, इसके लिए स्वस्थ शुक्राणु का होना भी आवश्यक होता है।

गर्भावस्था के प्रारंभिक सामान्य लक्षण क्या है?

यदि कोई महिला गर्भ धारण करती है तो आने वाले पीरियड के समय पीरियड ना आना गर्भावस्था का सबसे बड़ा प्रारंभिक लक्षण होता है क्योंकि गर्भधारण के पश्चात पीरियड आने बंद हो जाते हैं, इसके अलावा गर्भधारण के प्रारंभिक लक्षणों में स्तनों में परिवर्तन तथा हल्का दर्द, शरीर के ताप में परिवर्तन, पेट में हल्का दर्द महसूस होना, व्यवहार में बदलाव होना, सर्वाइकल म्यूकस में परिवर्तन होना आदि दिखाई देते हैं और मुख्य लक्षण आने वाला पीरियड मिस हो जाना है। यदि यह सभी लक्षण दिखाई देते हैं तो प्रेगनेंसी टेस्ट द्वारा प्रेगनेंसी कंफर्म की जा सकती है।

पीरियड से संबंधित महिलाओं में फैली अफवाह

पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं

महिलाओं में पीरियड तथा गर्भधारण से संबंधित विभिन्न प्रकार के मिथ्या अफवाहें फैली होती हैं जिनके कारण महिलाओं को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। प्राचीन काल से शिक्षा तथा जानकारी के अभाव में सामाजिक स्तर पर विभिन्न प्रकार की अफवाहें फैली होती हैं, जो शारीरिक तथा मानसिक विभिन्न प्रकार की समस्याओं का कारण बनती है।

इन समस्याओं से बचने के लिए किसी भी तथ्य के बारे में वास्तविक जानकारी रखना बहुत ही आवश्यक होता है जिससे आप होने वाली असुविधा से बच सकती हैं इसलिए महिलाओं में पीरियड तथा प्रेगनेंसी से संबंधित फैली अफवाहों के बारे में सटीक जानकारी रखना बहुत ही आवश्यक है। पीरियड्स के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं से संबंधित लेख में पीरियड से संबंधित फैली अफवाहों के बारे में कुछ जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। जो निम्नलिखित है। 

  • पैड के इस्तेमाल से ब्लीडिंग कम होती है।
  • पीरियड के समय महिलाओं को नहाना या बाल नहीं धोना चाहिए।
  • पीरियड्स के समय खट्टी चीजें खाने से परहेज।
  • पीरियड के समय आचार अन्य खाने वाली चीजों का ना छूना।
  • इधर उधर भागदौड़ ना करना।
  • पीरियड कम से कम 1 सप्ताह होना चाहिए।
  • पीरियड के समय प्रेगनेंसी नहीं होती है।
  • पीरियड्स के समय पेड़ पौधों को नहीं छूना चाहिए। 
  • पीरियड्स के समय महिलाएं आपवित्र हो जाती हैं।

पैड के इस्तेमाल से ब्लीडिंग कम होती है

कुछ महिलाओं का मानना है कि सेनेटरी पैड के प्रयोग से पीरियड के समय होने वाली ब्लीडिंग कम हो जाती है, जिसका प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है किंतु यह एक मिथ्या जानकारी है पीरियड के समय सेनेटरी पैड का प्रयोग करने से बिल्डिंग में कोई कमी नहीं होती है। किंतु सेनेटरी पैड में निकलने वाला ब्लड पूरी तरह से सोख लिया जाता है जिसके कारण कम ब्लीडिंग का एहसास होता है।

पीरियड के समय महिलाओं को नहाना या बाल नहीं धोना चाहिए

पीरियड के समय होने वाले ब्लीडिंग के कारण शारीरिक स्वच्छता रखना बहुत ही आवश्यक होता है, इसके साथ साथ हल्का और हाइजीन के लिए दैनिक रूप से नहाना तथा प्रॉपर रूप से अंगों को साफ करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, इसलिए पीरियड्स के समय इसके अलावा अन्य समय में भी दैनिक रूप से नहाना तथा बालों को साफ रखना चाहिए पीरियड के समय नहाने तथा बालों को धोने से हमारे शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए पीरियड्स के समय साफ सफाई के लिए नहाना तथा वालों को धोना आवश्यक होता है।

पीरियड्स के समय खट्टी चीजें खाने से परहेज

अधिकतर महिलाओं को पीरियड के समय खट्टी चीजें खाने से मना किया जाता है किंतु इसका हमारे पीरियड्स के समय स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। वैसे भी अधिक खट्टी चीजें शरीर के लिए नुकसानदायक होती हैं, इसलिए खट्टी चीजों को खाते समय बहुत अधिक प्रयोग में नहीं लाना चाहिए। 

पीरियड के समय आचार अन्य खाने वाली चीजों का ना छूना

महिलाओं में होने वाली पीरियड की प्रक्रिया एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, किंतु भारतीय समाज में इसे अशुद्ध माना जाता है पीरियड के समय रक्तस्राव महिलाओं के योनि मार्ग से होता है। किंतु उनका पूरा शरीर अशुद्ध मान लिया जाता है, जिसके कारण पीरियड के समय महिलाओं को आचार तथा अन्य खाने की वस्तुएं छूने में परहेज होता है, किन्तु पीरियड्स के समय अचार तथा अन्य खाने की वस्तुओं को छूने से खराब होने का पीरियड से कोई संबंध नहीं होता है। 

इधर उधर भागदौड़ ना करना

अधिकतर महिलाओं या लड़कियों को पीरियड्स के समय थकान तथा दर्द से बचाने के लिए भागदौड़ नहीं करने दिया जाता है, किंतु भागदौड़ तथा व्यायाम ना करना है। पीरियड के समय अधिक दर्द का कारण होता है जब हम भागदौड़ तथा व्यायाम करते हैं तो हमारे शरीर में रक्त संचार तेजी से होता है जिससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा सामान्य रहती है जो दर्द तथा थकान में आराम देता है इसलिए सामान्य व्यायाम तथा थोड़ा बहुत भागदौड़ पीरियड के समय आवश्यक भी होती है। 

पीरियड कम से कम 1 सप्ताह होना चाहिए

समाज में अशिक्षा तथा जानकारी के अभाव में विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां फैली हुई होती हैं, जिसमें से कुछ महिलाओं का मानना होता है की महिलाओं में पीरियड्स कम से कम 1 सप्ताह तक चलना चाहिए किंतु यह बात सत्य नहीं है क्योंकि प्रत्येक महिला में पीरियड्स के समय तथा पॉल्यूशन पीरियड को अलग-अलग समय में विभाजित किया जाता है। कुछ महिलाओं में पीरियड का समय 1 सप्ताह का होता है तो कुछ महिलाओं में यह दो से 3 दिन के पश्चात बंद हो जाता है इसलिए सभी महिलाओं के लिए पीरियड का समय एक जैसा नहीं होता है।

पीरियड के समय प्रेगनेंसी नहीं होती है

महिलाओं का यह मानना होता है कि पीरियड्स के समय शारीरिक संबंध स्थापित करने से प्रेगनेंसी नहीं होती है किंतु यह 100% सत्य नहीं है, क्योंकि कभी-कभी पुरुषों के शुक्राणु पीरियड के समय सेक्स करने के पश्चात योनि में उपस्थित होते हैं जो 1 सप्ताह तक जीवित रहते हैं। जिनसे प्रेग्नेंट होने की संभावनाएं हो सकती हैं, इसलिए पीरियड के समय भी सेक्स क्रिया करने के लिए कंडोम का प्रयोग करना चाहिए जिससे आप प्रेगनेंसी से बच सकती हैं।

पीरियड्स के समय पेड़ पौधों को नहीं छूना चाहिए

समाज में ऐसी धारणा होती है कि यदि पीरियड के समय कोई महिला किसी पौधे को छू लेती है या उसकी छाया उस पौधे पर पड़ जाती है, तो वह पौधा सूख जाता है। किंतु ऐसा सत्य नहीं है पीरियड्स का पेड़ पौधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है इसलिए ऐसी अफवाहों पर महिलाओं को ध्यान नहीं देना चाहिए, उन्हें अपना ख्याल रखना चाहिए।

पीरियड्स के समय महिलाएं आपवित्र हो जाती हैं

भारतीय समाज में ऐसा माना जाता है कि पीरियड के समय महिलाएं अपवित्र हो जाती हैं जिसके कारण उन्हें कोई भी सामाजिक कार्य तथा पूजा आदि में नहीं शामिल होना चाहिए किंतु यह एक सामाजिक कुरीति है जो पीरियड के समय महिलाओं को अपवित्र मानती है।

निष्कर्ष

वर्तमान समय मे एजुकेशन लेवल बढ़ने के साथ-साथ समाज में जागरूकता बढ़ती जा रही है, जिस क्षेत्र में शिक्षा का विकास हो रहा है उस क्षेत्र के लोग जागरूक तथा जानकार होते जा रहे हैं। किंतु आधुनिक समय में भी भारत में 70% लोग गांव से आते हैं, जहां पर बहुत कम शिक्षा की व्यवस्था तथा जानकारी प्राप्त करने के संसाधन होते हैं। ऐसी स्थिति में गांव से लगभग 50% लोग अभी पुरानी बातों को लेकर ही चलते हैं, जिसके कारण समाज में अंधविश्वास तथा अन्य विभिन्न प्रकार की भावनाएं दिखाई देती है।

आधुनिक समय में महिलाओं की शिक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है फिर भी लगभग 70% महिलाएं अशिक्षित हैं, जिसके कारण महिलाओं में अपने स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी उपलब्ध नहीं होती है। ऐसे हैं शादी के पश्चात महिलाओं में प्रेगनेंसी से संबंधित विभिन्न प्रकार की जानकारी का अभाव होता है, जिसके कारण पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते हैं या पीरियड के कितने दिन बाद सेक्स करने से प्रेग्नेंट हो सकते हैं, आदि विभिन्न प्रकार के पीरियड तथा प्रेगनेंसी से संबंधित सवाल होते हैं, जिनके बारे में उन्हें सही जानकारी उपलब्ध नहीं होती है। उपरोक्त लेख में प्रेगनेंसी तथा पीरियड से संबंधित विभिन्न सवालों की जानकारी उपलब्ध कराई गई है, जो महिलाओं के लिए बहुत ही आवश्यक है तथा उनके स्वास्थ्य के लिए कारगर साबित हो सकती है। 

महिलाओं द्वारा पूछे गए प्रश्न

पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट nahi हो सकते हैं?

सामान्य स्तर पर यह पीरियड के पहले सेक्स किया जाता है और उसके पश्चात पीरियड हो जाता है तो प्रेगनेंसी नहीं होती है, किंतु यदि आपने अपने पीरियड के निर्धारित समय से पूर्व सेक्स किया है और अभी तक आपके पीरियड का समय नहीं हुआ है फिर भी आपके मन में प्रेगनेंसी से संबंधित शंका है, तो आप पीरियड आने तक का इंतजार कर सकती हैं। यदि आपका पीरियड आ जाता है, तो आप प्रेग्नेंट नहीं है और यदि आपका पीरियड नहीं आता है तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं, इसके लिए आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकते हैं। सामान्य रूप से यदी पीरियड आने के 10 से 12 दिन पूर्व सेक्स किया जाता है तो प्रेगनेंसी नहीं होती है।

प्रेगनेंसी में कहाँ कहाँ दर्द होता है?

प्रेगनेंसी के प्रारंभिक विस्तार में महिलाओं के शरीर में विभिन्न प्रकार के परिवर्तन होते हैं जिसके कारण शारीरिक थकान तथा पेट में दर्द, पीठ में दर्द, तथा पैरों में दर्द का अनुभव होता है इसके साथ ही कुछ महिलाओं के स्तनों में दर्द का होता है।

बिना किट के प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें?

यदि आप को प्रेग्नेंट होने की आशंका है और आपके पास प्रेगनेंसी टेस्ट किट उपलब्ध नहीं है तो आप प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए यूरिन को बिना हाथ लगाए, किसी ऐसे स्थान पर 3 से 4 घंटे के लिए रख दें 3 से 4 घंटे पश्चात ही यूरिन में झाग बनना शुरू हो जाता है, तो इसका मतलब आप प्रेग्नेंट है। किंतु यह विधि कन्फर्मेशन नहीं देती है कंफर्म करने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह या प्रेगनेंसी किट का प्रयोग करना ही चाहिए। 

प्रेगनेंसी कन्फर्म कब होती है?

यदि आपके पीरियड बिना किसी कारण के बिना किसी शारीरिक समस्या के मिस हो जाता है, तो यह आपके गर्भधारण करने का कन्फर्मेशन होता है। इसे कंफर्म करने के लिए आप प्रेगनेंसी टेस्ट की विभिन्न तरीकों को अपना सकते हैं, जैसे घर पर किट द्वारा प्रेगनेंसी टेस्ट या फिर अल्ट्रासाउंड करा सकते हैं जो प्रेगनेंसी कंफर्म होने की पुष्टि करता है।

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