पेशाब से बवासीर का इलाज | जाने बवासीर के इलाज का सच और झूठ

प्राचीन काल से लोग अंधविश्वास तथा अशिक्षा के कारण पेशाब जैसे चीज का प्रयोग विभिन्न प्रकार के इलाज में करते थे। पेशाब में विभिन्न प्रकार की अशुद्धियां होती हैं, जिसमें 90% जल तथा  10% में विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट पदार्थ पाए जाते हैं, जिसमें यूरिया अमोनिया तथा अन्य प्रकार की अशुद्धियां होती हैं। इन अशुद्धियों के होते हुए भी हम काफी समय से पेशाब का प्रयोग बावसीर जैसी बीमारी के इलाज में  करते आ रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप हमें अन्य विभिन्न प्रकार के समस्याएं हो जाती हैं।

शिक्षा के अभाव में पिछड़े क्षेत्रों के लोगों द्वारा अक्सर पेशाब से बवासीर का इलाज करते हुए सुना गया है जिससे यह लोग विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन के शिकार हो जाते हैं। यदि आपके भी मन में ऐसा कुछ विचार चल रहे हैं कि क्या पेशाब द्वारा बवासीर का इलाज संभव है इसके लिए हम आज आपको विस्तृत जानकारी देंगे। 

पेशाब से बवासीर का इलाज

पेशाब से बवासीर का इलाज

बवासीर एक ऐसी बीमारी है जो प्राचीन कब्ज के कारण होती है यदि हमारे पेट में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं। जिनके कारण हमारे पेट की पाचन क्रिया सही नहीं है पाचन क्रिया सही ना होने के कारण हमारे पेट में कब्ज हो जाती है जिसके कारण हमें मल त्यागने में समस्याएं होने लगती हैं।

इन समस्याओं के कारण मलद्वार के अंदर तथा बाहर सूजन हो जाती है जिसे बाबासीर  का प्राथमिक स्तर के नाम से जानते हैं बवासीर के कुछ समय पश्चात त्वचा सिकुड़ जाती है। जिससे वह मस्सों का रूप ले लेती हैं बवासीर के दूसरे स्तर पर मस्सों के आसपास घाव हो जाते हैं जिससे मल त्यागने में खून तथा पस निकलने लगता है जिससे रोगी को असहनीय पीड़ा का आभास होता है तथा उसे विभिन्न प्रकार की समस्याएं होने लगती हैं बवासीर के इलाज के लिए सबसे पहले पेट की समस्याओं का इलाज करना चाहिए जिससे पेट की कब्ज की समस्या को दूर किया जा सके।

 कुछ लोग गोमूत्र द्वारा बवासीर के इलाज का दावा करते हैं। किंतु इसके अभी कोई वैज्ञानिक तत्व प्राप्त नहीं हुए हैं। पेशाब द्वारा बवासीर का इलाज करने के लिए गोमूत्र को दो प्रकार के विधियों द्वारा प्रयोग किया जा सकता है।

  • गोमूत्र को प्रभावित क्षेत्र पर लेप करने से
  • गोमूत्र का दैनिक रूप से सेवन करने से 

उपरोक्त दोनों विधियों द्वारा गोमूत्र का प्रयोग करते हुए बवासीर का इलाज करने के कोई प्रमाण नहीं मिलते हैं किंतु लोगों द्वारा इसका प्रयोग बवासीर के इलाज के लिए किया जाता है जैसा कि ऊपर बताया गया है कि गोमूत्र या किसी भी सामान्य मूत्र में 90% तथा 10% अन्य अपशिष्ट पदार्थ होते हैं जिनमें यूरिया तथा अमोनिया गैस उपलब्ध होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक होते हैं।

इसलिए पेशाब दौरा बवासीर का इलाज संभव नहीं है और ऐसा करना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसा करने से हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं तथा गांव में मूत्र का प्रयोग करते हैं तो विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन भी हो सकते हैं।

पेशाब से बवासीर का इलाज के नुकसान पेशाब से बवासीर का इलाज के नुकसान 

पेशाब से बवासीर के इलाज के अभी कोई भी तथ्य उपलब्ध नहीं है इसलिए पेशाब से बवासीर का इलाज करना संभव नहीं है। यदि आप पेशाब द्वारा बवासीर का इलाज करते हैं और इसके कुछ साइड इफेक्ट हो जाते हैं तो इसके कारण आप विभिन्न प्रकार की अन्य समस्याओं से घिर सकते हैं और आप अन्य समस्याएं हो सकती हैं। पेशाब द्वारा बवासीर के इलाज करने से आपको निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं

  • इंफेक्शन का जोखिम होता है।
  • पेट में बीमारी का डर।
  • किडनी के लिए नुकसानदायक।

इंफेक्शन का जोखिम होता है

इंफेक्शन

यदि आप पेशाब से बवासीर का इलाज करते हैं तो इसके इलाज के लिए यदि आप पेशाब का प्रयोग  बवासीर के घाव या मस्सों में करते हैं तो इसमें विभिन्न प्रकार के  बैक्टीरिया उपलब्ध होते हैं, जो प्रभावित स्थान पर इंफेक्शन पैदा कर सकते हैं। जिससे बवासीर के साथ-साथ प्रभावित क्षेत्र में इन्फेक्शन का डर हो जाता है किस लिए पेशाब द्वारा बवासीर का इलाज करना उचित नहीं है जब तक कि इसके कोई वैज्ञानिक साक्ष्य उपलब्ध नहीं हो जाते हैं।

पेट में बीमारी का डर

पेट में बीमारी का डर

किसी भी पेशाब में पानी के साथ-साथ अपशिष्ट पदार्थ जैसे अमोनिया तथा यूरिया उपलब्ध होते हैं। इनके अलावा अन्य अकार्बनिक पदार्थ पेशाब में उपलब्ध होते हैं जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं। यदि हम बवासीर को ठीक करने के लिए पेशाब का प्रयोग पीने के रूप में करते हैं तो हमारे शरीर में अकार्बनिक पदार्थ तथा यूरिया जैसे जहरीले कार्बनिक यौगिक एक में पहुंच जाएंगे जिससे हमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो जाएगा, तथा हमारे पेट की पाचन क्रिया बिगड़ जाएगी क्योंकि हमारा शरीर यूरिया तथा अमोनिया को पचाने के लिए उपयुक्त नहीं होता है।

इसलिए हमें गोमूत्र के साथ-साथ किसी भी प्रकार के मूत्र का प्रयोग बवासीर की समस्या से बचने के लिए नहीं करना चाहिए इसके लिए आपको सबसे पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए तथा परामर्श के अनुसार की दवाओं का प्रयोग करना चाहिए।

किडनी के लिए नुकसानदायक

यदि आप बवासीर के इलाज के लिए पेशाब का प्रयोग करते हैं तथा दैनिक रूप से पेशाब कर सेवन करते हैं यह किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि शरीर के लिए पेशाब एक बेकार पदार्थ होता है, जिसे किडनी पहले ही फिल्टर करके वेस्ट मटेरियल के रूप में बाहर निकल चुकी होती है। इसका प्रयोग यदि हम  दोबारा करते हैं, तो वह फिर से हमारी किडनी में पहुंचता है, और किडनी इससे प्रभावित हो सकती है तथा किडनी में विभिन्न प्रकार के बीमारियां हो सकती हैं।

किडनी के लिए नुकसानदायक

यूरिया से यूरिक एसिड का निर्माण होता है जो कि हमारी किडनी के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है किडनी के साथ-साथ यूरिक एसिड लेवल तथा हमारे शरीर की अन्य क्रियाओं को प्रभावित करता है इसलिए बवासीर के इलाज के लिए पेशाब उपयुक्त नहीं है।

क्या पेशाब से बवासीर का इलाज संभव है?

पेशाब द्वारा बवासीर का इलाज बिल्कुल भी संभव नहीं है क्योंकि पेशाब हमारे शारीर का अपशिष्ट पदार्थ होता है जोकि हमारे शरीर के लिए ठीक नहीं होता है यह हमारे शरीर को बीमार बना सकता है। इसलिए हमें ऐसे पदार्थों से किसी भी रोग के इलाज के लिए बचना चाहिए जो कि किसी भी वैज्ञानिक किया मेडिकल तथ्यों द्वारा प्रमाणित नहीं किए गए हैं। बवासीर के इलाज के लिए अन्य विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक एलोपैथिक तथा आप ऐसे दवाइयां उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग करके आप बावासीर जैसे समस्या को जड़ से समाप्त कर सकते हैं।

बवासीर के इलाज के आसान उपाय

यदि आप बवासीर की समस्या से परेशान हैं और अब बवासीर की समस्या से बचना चाहते हैं तो आपको दैनिक रूप से नीचे दी गई कुछ क्रियाकलापों को करना चाहिए। जिसके द्वारा बावशीर की समस्या को समाप्त किया जा सकता है बवासीर की समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाना चाहिए।

  • अधिक से अधिक शुद्ध पानी का प्रयोग करना चाहिए।
  • फाइबर युक्त भोजन का प्रयोग अधिक मात्रा में करें।
  • फास्ट फूड से दूर रहें।
  • वसायुक्त पदार्थों का सेवन कम मात्रा में करें। 
  • पेट को सही रखने वाले व्यायाम दैनिक रूप से करें।
  • अधिक से अधिक एक्टिव रहें।
  • अल्कोहल का प्रयोग कम मात्रा में करें।
  • धूम्रपान ना करें। 
  • चाय, कॉफी का प्रयोग ना करें।
  • साधारण भोजन करें जो जल्दी से पच जाएं।
  • मसालों का प्रयोग कम मात्रा में करें।

घरेलू विधि से बवासीर का इलाज

हमारे घरों में प्रयुक्त होने वाले खाद्य पदार्थों में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ है। ऐसे होते हैं जिसमें पर्याप्त मात्रा में आयुर्वेदिक औषधीय गुण पाए जाते हैं जिनका प्रयोग प्राचीन काल से ही दवाओं के निर्माण में या किया जा रहा है। हमारी रसोई तथा मसालों में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के जाते हैं। इनका उपयोग बाबा से जैसे समस्या से बचने के लिए किया जाता है जिन व्यक्तियों में बवासीर की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए

  • हल्दी और नींबू द्वारा बवासीर का इलाज। 
  • हल्दी तथा नारियल तेल द्वारा।
  • एलोवेरा द्वारा बवासीर का इलाज।
  • दूध के साथ हल्दी का प्रयोग।  
  • त्रिफला चूर्ण।
  • पपीता का प्रयोग।

हल्दी और नींबू द्वारा बवासीर का इलाज

हल्दी और नींबू द्वारा बवासीर का इलाज

हल्दी तथा नींबू द्वारा बवासीर का इलाज किया जा सकता है  हल्दी का नींबू के प्रयोग से बवासीर कुछ समय पश्चात ठीक हो जाती है हल्दी और नींबू द्वारा बवासीर के इलाज के लिए हल्दी को नींबू के साथ मिलाकर प्रयोग करते हैं। एक चम्मच हल्दी तथा एक चम्मच नींबू के रस को हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से बवासीर की समस्या कुछ समय पश्चात ठीक हो जाती है यदि आप भी  बवासीर की समस्या से परेशान हैं तो आपको भी एक बार हल्दी और नींबू का प्रयोग करना चाहिए यह पूर्ण रूप से सुरक्षित तथा फायदे वर है  जो कि हमारे घरों में आसानी से उपलब्ध होता है।

हल्दी तथा नारियल तेल द्वारा

नारियल के तेल के साथ हल्दी का प्रयोग बवासीर के लिए रामबाण इलाज है यदि आप बवासीर की समस्या से परेशान हैं तो आपको नारियल के तेल के साथ हल्दी का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

हल्दी तथा नारियल तेल द्वारा

जिन व्यक्तियों में बवासीर की समस्या होती है उनको नारियल के तेल के साथ हल्दी का प्रयोग करना चाहिए इसके प्रयोग के लिए नारियल के तेल में एक चम्मच हल्दी मिलाकर प्रभावित स्थान में मस्सों तथा घाव पर लगाने से कुछ समय पश्चात मस्से तथा घाव के दर्द से राहत मिलती है। बवासीर से पीड़ित इस घरेलू नुस्खे का प्रयोग बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए कर सकते हैं।

एलोवेरा द्वारा बवासीर का इलाज

एलोवेरा प्रकृति में पाया जाने वाला एक ऐसा पौधा होता है जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के रोगों के उपचार में किया जाता है एलोवेरा में प्राकृतिक रूप से एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के कारण हमारा शरीर विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने में समर्थ हो जाता है।

एलोवेरा द्वारा बवासीर का इलाज

एलोवेरा जेल का प्रयोग बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में बवासीर की समस्या के कारण मस्से तथा घाव हो जाते हैं, उनको एलोवेरा जेल का प्रयोग मस्से तथा घाव के ऊपर लेप करके ठीक करने के लिए किया जाता है एलोवेरा का प्रयोग विभिन्न प्रकार की अन्य समस्याओं को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।

दूध के साथ हल्दी का प्रयोग

हल्दी दूध के दैनिक प्रयोग से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है हल्दी एक ऐसा तत्व है जिसमें एंटीबायोटिक तत्व पाए जाते हैं एंटीबायोटिक तत्वों के साथ-साथ हल्दी में इंटरप्लेनेटरी तथा एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो किसी भी प्रकार के घाव तथा दर्द को ठीक करने के लिए उपयुक्त होते हैं।

यदि हम दैनिक रूप से हल्दी तथा दूध का प्रयोग करते हैं तो बवासीर के घाव तथा मस्सों में होने वाले दर्द से आराम मिलता है। जिन व्यक्तियों को बवासीर की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से गुनगुने दूध में हल्दी का प्रयोग करना चाहिए जिसे बवासीर की समस्या जल्द ही ठीक हो जाती है।

त्रिफला चूर्ण

त्रिफला चूर्ण के प्रयोग से पेट से संबंधित सभी बीमारियां ठीक हो जाती हैं यदि हम दैनिक रूप से त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करते हैं तो हमारे पेट की पाचन क्रिया सही हो जाती है पाचन क्रिया सही होने के कारण हमारा पेट सही से साफ होने लगता है त्रिफला चूर्ण आंवला हरड़ बहेड़ा आदि प्राकृतिक तत्वों के मिश्रण से बनाया जाता है।

जिसमें पाचन शक्ति को बढ़ाने के गुण पाए जाते हैं यदि हम दैनिक रूप से त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करते हैं, तो हमारा पेट साफ हो जाता है, तथा जिससे पुरानी से पुरानी कब्ज ठीक हो जाती है। कब्ज के ठीक होने के कारण बवासीर की समस्या धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है। अतः बवासीर से पीड़ित व्यक्तियों को दैनिक रूप से त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करना चाहिए।

पपीता का प्रयोग

पपीता का प्रयोग

पपीता एक ऐसा फल है जिसमे पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है। पपीता में पर्याप्त रूप से फाइबर होने के कारण यह हमारी पाचन क्रिया को ठीक करता है। ऐसे पेट के विभिन्न प्रकार की बीमारियां दूर हो जाती हैं। बवासीर की समस्या पेट की पाचन क्रिया खराब होने के कारण होती है यदि हम दैनिक रूप से पपीते का सेवन करते हैं, तो हमारे पेट में होने वाली कब्ज तथा पाचन संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं जिससे बवासीर की समस्या धीरे-धीरे समाप्त होने लगे जिन व्यक्तियों को बवासीर की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से पपीते का सेवन करना चाहिए।

निष्कर्ष

जिन लोगों का मानना है, कि पेशाब से बवासीर का इलाज संभव है। वह बिल्कुल गलत है पेशाब द्वारा बवासीर का इलाज नहीं किया जा सकता है। यदि हम बवासीर के इलाज के लिए पेशाब का प्रयोग करते हैं तो इससे हम और अधिक बीमार हो सकते हैं हमारे शरीर में इंफेक्शन हो सकता है, तथा हमारे पेट में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती उपरोक्त लेख में बवासीर को ठीक करने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनका प्रयोग करते हुए अब बवासीर की समस्या को ठीक कर सकते हैं। बवासीर की समस्या के कारण हुए मस्सों तथा घाव को ठीक करने के लिए उपरोक्त लेख में बताइ गयी विधियों का प्रयोग करके आप बावासीर को जड़ से समाप्त कर सकते हैं।

FAQ

पेशाब से बवासीर कैसे ठीक करें?

पेशाब द्वारा बवासीर के इलाज के कोई वैज्ञानिक तथ्य उपलब्ध नहीं है वैसे तो अभी तक बवासीर का इलाज पेशाब तोहरा संभव नहीं है कि यदि आपको बवासीर की समस्या है तो उपरोक्त लेख में बताए गए विभिन्न विधियों द्वारा आप बवासीर का इलाज कर सकते हैं। बवासीर का इलाज करने के लिए पेट की पाचन क्रिया को ठीक करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए ।

बवासीर में तुरंत आराम के लिए क्या करें?

बवासीर  एक ऐसी बीमारी है जो पेट की खराबी के कारण कब्ज की समस्या से काफी दिनों में धीरे-धीरे उत्पन्न होने वाला एक रोग है, जो एक साथ नहीं होता है। इसको होने के लिए काफी समय लगता है यदि आपकी पाचन क्रिया बहुत अधिक दिनों तक खराब रहती है तो आपको बवासीर की समस्या होने लगती है, और यदि आप बहुत से इस समस्या से तुरंत आराम पाना चाहते हैं ऐसा संभव नहीं है हां इसके दर्द से आराम पाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक तथा एलोपैथिक दवाइयां उपलब्ध हैं। जिनको इसके दर्द से राहत मिल सकती है घर में उपलब्ध हल्दी कथा भी एलोवेरा के साथ लगाने पर भी बवासीर के मस्सों से राहत मिलती है। 

बवासीर कितने दिन में ठीक हो जाता है?

बवासीर एक ऐसी बीमारी जो बहुत धीरे-धीरे पेट की समस्या के कारण होने वाली बीमारी है पाचन क्रिया खराब होने के कारण बवासीर की समस्या होती है इसलिए बिना पेट की समस्या को ठीक किए हुए बवासीर की समस्या को नहीं ठीक किया जा सकता है। बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए यह कह पाना मुश्किल है कि बवासीर को कितने दिनों में ठीक किया जा सकता बवासीर किस स्तर पर है की जांच करने के बाद भी बताया जा सकता है कि भाव से को कितने दिनों में ठीक किया जा सकता है। 

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