शिलाजीत एक ऐसा आयुर्वेदिक रासायनिक तत्व है जिसका प्रयोग प्राचीन काल से ही भारतीय आयुर्वेद में किया जा रहा है। शिलाजीत का प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्राचीन काल से किया जाता है। शिलाजीत में 86 प्रकार के आयुर्वेदिक तक उपलब्ध होते हैं, जिनका प्रयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचने के लिए किया जाता है। शिलाजीत ने उपस्थित 86 प्रकार के आयुर्वेदिक तत्व शरीर की विभिन्न प्रकार की कमियों को पूरा करते हैं, जिन से शरीर स्वस्थ रहता है, और विभिन्न प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। आज के इस लेख में हम आपको शिलाजीत के फायदे हिंदी मैं जानकारी देंगे जो आपके साथ साथ आपके शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी है।
शिलाजीत का नाम सुनते ही लोग केवल सेक्स समस्याओं से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए इसके बारे में सोचते हैं, किंतु ऐसा नहीं है शिलाजीत का प्रयोग शरीर की शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है, जो की सेक्स क्रिया में सहायक होती है। इसलिए इसका प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में महिला तथा पुरुषों में होने वाले सब समस्याओं को दूर करने के लिए दवा बनाने के काम में आता है।
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शिलाजीत क्या है
शिलाजीत एक ऐसा रासायनिक तत्व है, जो हिमालय की पहाड़ियों से निकाला जाता है। हिमालय की पहाड़ियों में मैं जून की भयानक गर्मियों में यह पहाड़ियों के अंदर से पिघल कर गोंद की तरह निकलता है। जिसको काफी मेहनत करने के बाद बरसात, ठंडीयों के दिनों में खोदकर निकाला जाता है।शिलाजीत का प्रयोग स्वप्नदोष की रामबाण दवा के रूप में किया जाता है इतने दिनों बाद यह पत्थर की तरह हो जाता है। इसके साथ बहुत सारा पत्थर तथा मिट्टी इसके साथ में आ जाती है पत्थर और मिट्टी से इस को अलग करने के लिए इसमें कई प्रोसेस किए जाते हैं।
शिलाजीत प्राप्त करने की विधि
पहाड़ियों से शिलाजीत प्राप्त करने की विधि बहुत खतरनाक और जोखिम पूर्ण होती है। हिमालय में स्थित पहाड़ियों के गुफाओं में शिलाजीत पाया जाता है। जो कि विभिन्न प्रकार की धातु तथा पौधों के अवशेष होते हैं जिनसे शिलाजीत बन जाता है। शिलाजीत प्राप्त करने की विधि को कई चरणों में विभाजित किया गया है। शिलाजीत के कच्चे माल को प्राप्त करने में तथा पक्का माल बनाने में लगभग 40 से 50 दिन का समय लग जाता है। शिलाजीत पहाड़ियों में पहचान करने से लेकर शिलाजीत को फिल्टर करके उसे पैकिंग तक पहुंचाने में काफी मेहनत और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यह सबसे जोखिम भरा कार्य होता है। शिलाजीत को पहाड़ियों से निकालना पहाड़ियों से निकालने के बाद निम्नलिखित प्रोसेस द्वारा शिलाजीत को पैकिंग तक पहुंचाया जाता है।
- सबसे पहले हिमालय की पहाड़ियों से शिलाजीत को ढूंढा जाता है।
- हिमालय की पहाड़ियों से शिलाजीत के ऊपर ढूंढ कर वहां से निकाल कर लाया जाता है।
- हिमालय की पहाड़ियों में शिलाजीत पत्थरों के आकार में प्राप्त होता है।
- बड़े आकार के पत्थर के टुकड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाता है।
- इन छोटे-छोटे टुकड़ों को पानी में डालकर कुछ समय के लिए रखा जाता है जिससे शिलाजीत पानी में घुल जाती है।
- पानी से शिलाजीत को अलग करने के लिए या तो इसे गर्म किया जाता है या फिर धूप में रखा जाता है।
- पानी से शिलाजीत कॉलर करने के लिए गर्म करने पर कुछ बहुमूल्य आयुर्वेदिक तत्व जल जाते हैं इसलिए इसको धूप में सुखाकर तैयार करने में ज्यादा उपयोगी होता है।
- धूप में सुखाने के लिए इसे कांच के प्लेटों में निकालकर धुप में रखा जाता है।
- धूप में पानी भाप बनकर उड़ जाता है शिलाजीत प्लेटो में बचा रह जाता है।
- पानी सूखने के बाद इसने नया शिलाजीत का पानी डालते जाते हैं जिसे जब प्लेट भर जाती है तब शिलाजीत को इकट्ठा कर लेते हैं।
- प्लेट में बचे हुए शिलाजीत को इकट्ठा करके बैकेटों में टाइप कर दिया जाता है और बाजार में बेच दिया जाता है।
- आधुनिक युग में इस कार्य को करने के लिए बहुत बड़ी-बड़ी मशीनें लग गई हैं जिनके द्वारा शिलाजीत को फिल्टर ऑटोमेटिक मशीनों द्वारा कर लिया जाता है।
शिलाजीत की शुद्धता की पहचान
बाजार में विभिन्न प्रकार का शिलाजीत उपलब्ध होता है जिसमें शुद्ध तथा अशुद्ध दोनों प्रकार का शिलाजीत पाया जाता है देखकर तथा सूंघ कर शुद्ध अशुद्ध शिलाजीत का अनुमान लगाना बहुत ही मुश्किल होता है। शिलाजीत की पहचान करने के लिए उसे लैबोरेट्री टेस्ट कराया जाता है यदि उसमें 86 प्रकार के तत्व उपलब्ध होते हैं तो शिलाजीत को शुद्ध माना जाता है।
इसके अलावा शिलाजीत पानी में घुलनशील होता है किंतु अल्कोहल स्प्रिट तथा अन्य प्रकार के धर्मों में यह घुलनशील नहीं होती है शिलाजीत की पहचान अल्कोहल तथा पानी में घोलकर की जा सकती है। किंतु यह पहचान बिल्कुल शुद्ध होने की प्रायिकता नहीं देती है शिलाजीत किस सभ्यता की पहचान ले बैठी टेस्ट में ही की जा सकती है जिसमें लगभग 86 प्रकार के आयुर्वेदिक तत्व यदि उपलब्ध होते हैं तो यह शिलाजीत शुद्ध होती है।
शिलाजीत के फायदे
शिलाजीत का प्रयोग प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में किया जाता है। शिलाजीत में 86 प्रकार के तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में विभिन्न प्रकार की पोषक तत्वों को प्रदान करते हैं। शरीर में पोषक तत्वों की कमी से होने वाले रोगों को दूर करने के लिए शिलाजीत से संबंधित दवाओं का प्रयोग किया जाता है।शिलाजीत का प्रयोग टाइमिंग बढाने की देशी दवा के रूप में किया जाता है इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार की दवाओं के साथ-साथ शुद्ध शिलाजीत का प्रयोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करने में किया जाता है। शिलाजीत में विभिन्न प्रकार के रासायनिक तत्व होने के कारण या शरीर की शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है, जिससे सेक्स समस्याओं से छुटकारा मिलता है। सेक्स समस्याओं के साथ-साथ इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के रोगों के उपचार में किया जाता है जो निम्नलिखित हैं।
- शीघ्रपतन जैसे समस्या को दूर करने के लिए।
- शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए।
- कामेंक्षा शक्ति बढ़ाने के लिए।
- डायबिटीज को दूर करने के लिए।
- मर्दानगी बढ़ाने के लिए।
- स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए।
- अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए।
- खून की कमी को दूर करने के लिए।
- याद करने की क्षमता बढ़ाने के लिए।
- प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए।
- एंटी-एजिंग के लिए।
शीघ्रपतन जैसे समस्या को दूर करने के लिए
शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने के शिलाजीत का प्रयोग किया जाता है। शिलाजीत के प्रयोग से शरीर में सेक्स शक्ति बढ़ती है इसके फलस्वरूप शीघ्रपतन की समस्या नहीं होती है जिन व्यक्तियों में शारीरिक कमजोरी होती है। उनको सेक्स करते समय लिंग से वीर्य बहुत जल्दी निकल जाता है। इस समस्या को शीघ्र पतन की समस्या कहते हैं शीघ्रपतन की समस्या होने के कारण पुरुष महिला साथी को सेक्स क्रिया में संतुष्ट नहीं कर पाता है जिससे उनके मध्य आपसी रिश्ते खराब हो जाते हैं।
इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए शरीर में सेक्स पावर का होना बहुत और आवश्यक होता है सेक्स पावर होने पर शीघ्रपतन की समस्या नहीं होती है बाजार में विभिन्न प्रकार के कंपनियों द्वारा शिलाजीत कैप्सूल उपलब्ध होते हैं जिनका प्रयोग करके शीघ्रपतन का इलाज किया जा सकता है।
शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए
जिन व्यक्तियों में पोषक पदार्थों की वजह से शरीर मैं कमजोरी रहती है। उनके लिए शिलाजीत एक रामबाण औषधि है। व्यक्तियों विभिन्न प्रकार के समस्याओं के कारण शरीर में कमजोरी हो जाती है। जिसके कारण के शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग होने लगते हैं शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए शिलाजीत का प्रयोग दैनिक रूप से दूध के साथ करना चाहिए। जिससे शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है और सारे कमजोरी के कारण होने वाले शरीर में रोग नहीं होते हैं।
कामेंक्षा शक्ति बढ़ाने के लिए
पुरुष तथा महिलाओं में कम उम्र में काम इच्छा समाप्त हो जाती है। जिन पुरुष तथा महिला में उम्र के पहले ही काम इच्छा समाप्त हो जाती है। उनका सेक्स क्रियाओं में मन नहीं लगता है, जिसके कारण पुरुष तथा महिला के मध्य आपसी रिस्त बिगड़ने लगते हैं ऐसे पुरुष तथा महिअला को शिलाजीत का प्रयोग करना चाहिए। जिन पुरुषों और महिलाओं में सेक्स क्रिया की इच्छा समाप्त हो जाती हैं उनको दौनिक रूप से शिलाजीत कैप्सूल या बाजार में मिलने वाली शिलाजीत का प्रयोग नियमित रूप से दूध या पानी के साथ करना चाहिए। जिससे खोई हुई सेक्स इच्छा शक्ति दोबारा से प्राप्त हो जाएगी।
डायबिटीज को दूर करने के लिए
शिलाजीत का प्रयोग डायबिटीज के मरीजों के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में डायबिटीज की समस्या होती है, उनको दैनिक रूप से शिलाजीत कैप्सूल का प्रयोग करना चाहिए। जिससे डायबिटीज की समस्या जड़ से समाप्त हो जाती है। शिलाजीत के आयुर्वेदिक गुणों द्वारा डायबिटीज की समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
मर्दानगी बढ़ाने के लिए
जिन व्यक्तियों में मर्दाना शक्ति कमजोर हो जाती है उनमें सेक्स से संबंधित बहुत सारी समस्यायें हो जाती हैं। जिससे व्यक्तियों में सेक्स करने की क्षमता घट जाती है, और उसे शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन जैसे बीमारियां हो जाती हैं। जिसके कारण उसके अंदर की मर्दाना शक्ति कमजोर हो जाती है। मर्दाना शक्ति को बढ़ाने के लिए दैनिक रूप से शिलाजीत कैप्सूल का प्रयोग करना चाहिए।
स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए
पुरुषों में वीर्य पतला हो जाने पर उबेर में स्पर्म की संख्या कम हो जाती है। इसके कारण वीर्य पतला हो जाता है, और और प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है। प्रजनन क्षमता कमजोर होने के साथ-साथ शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन की समस्या होने लगी वीर में स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए दैनिक रूप से शिलाजीत का प्रयोग करना चाहिए। शिलाजीत का प्रयोग करने के लिए गुनगुने दूध या पानी का प्रयोग करना चाहिए।
अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए
शिलाजीत में अनिद्रा को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के रासायनिक गुण पाए जाते हैं। जिनके द्वारा कम नींद आने की बीमारी को दूर किया जाता है कम नींद आने की समस्या के कारण मनुष्य के शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं, तथा शरीर में कमजोरी हो जाती इस समस्या को दूर करने के लिए दैनिक रूप से शिलाजीत का प्रयोग करना चाहिए शिलाजीत के दैनिक प्रयोग से अनिद्रा की बीमारी दूर हो जाती है।
खून की कमी को दूर करने के लिए
बहुत लोगों में खून की कमी के कारण एनीमिया रोग हो जाता है। एनीमिया होने पर शरीर में खून की कमी के साथ-साथ शारीरिक कमजोरी हो जाती है। जिससे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने लगती हैं। शरीर में खून की कमी तथा शारीरिक कमजोरी होने के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए दैनिक रूप से शिलाजीत कैप्सूल का प्रयोग करना चाहिए। जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के कारण शरीर विभिन्न प्रकार के रोगों से रक्षा करता है।
याद करने की क्षमता बढ़ाने के लिए
जिन व्यक्तियों में याद करने की क्षमता कमजोर हो जाती है। उनको दैनिक रूप से शिलाजीत का सेवन करना चाहिए शिलाजीत का सेवन याद करने की क्षमता में भी बढ़ोत्तरी करता है। दरअसल शिलाजीत में फुल्विक एसिड पाया जाता है। यह एसिड दिमाग की कार्यक्षमता में बढ़ोत्तरी करता है और याद मेमोरी पॉवर को भी बूस्ट करता है। याद करने की क्षमता कमजोर हो जाने के कारण थोड़े ही समय में किसी भी बात को भूल जाता है जिसके कारण उसको विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता शिलाजीत के प्रयोग से भूलने की समस्या समाप्त हो जाती है।
प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए
शरीर में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की कमी के कारण शारीरिक कमजोरी हो जाती है। शारीरिक कमजोरी होने के कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता समाप्त होने लगती रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने के कारण शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता का विनाश हो जाता है। जिसके कारण हमारा शरीर हमारे शरीर में होने वाले रोगों से लड़ नहीं पाता है, तथा हमारा शरीर विभिन्न प्रकार के रोगों से ग्रसित हो जाता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए हमें अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की जरूरत होती है। शिलाजीत के दैनिक प्रयोग से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिन व्यक्तियों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनको दैनिक रूप से शिलाजीत का प्रयोग करना चाहिए।
एंटी-एजिंग के लिए
जिन व्यक्तियों में समय के पहले बुढ़ापा आ जाता है या कम उम्र में ही शरीर में विभिन्न प्रकार के बुढ़ापे के लक्षण दिखाई देने लगते हैं जिसके साथ कारण शरीर विभिन्न प्रकार के रोगों का शिकार हो जाता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए दैनिक रूप से शिलाजीत कैप्सूल का प्रयोग करना चाहिए जिससे व्यक्ति हमेशा स्वस्थ और जवान रहता है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने विभिन्न प्रकार के समस्याओं तथा रोगों से बचने के लिए शिलाजीत के फायदे हिंदी में बताया है। जिसके अध्ययन पापा प्रयोग के द्वारा शरीर में होने वाले विभिन्न प्रकार की रोगों तथा समस्याओं से छुटकारा पाया जाता है। हमारे लेख का उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना है शिलाजीत का प्रयोग करने से पहले मात्रा तथा समय अवधि के बारे में डॉक्टर से सलाह अवश्य ले ले जो आपके शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है। डॉक्टर आपके शरीर तथा लिंग के अनुसार दवा की अवधि व मात्रा बताते हैं, जो आप को होने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट से बचाता है।
लोगों द्वारा पूछे गए कुछ प्रश्न
पुरुष शिलाजीत का सेवन कैसे करें?
शिलाजीत का प्रयोग पुरुषों में विभिन्न प्रकार के समस्याओं जैसे सेक्स समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है शिलाजीत का प्रयोग करने के लिए यदि आप शुद्ध शिलाजीत का प्रयोग करते हैं तो एक चने के दाने के बराबर शिलाजीत को एक गिलास दूध दिया गुनगुने पानी में मिलाकर किया जा सकता है बाजार में शिलाजीत की बहुत सारी कैप्सूल टेबलेट उपलब्ध है जिनका प्रयोग सुबह-शाम एक टैबलेट दूध के साथ करना चाहिए।
शिलाजीत कितने दिनों तक खाना चाहिए?
शिलाजीत का प्रयोग वृद्ध पुरुषों को 40 दिन तक करना चाहिए युवाओं को लगातार 7 दिन से ज्यादा शिलाजीत का प्रयोग नहीं करना चाहिए शिलाजीत का प्रयोग करने के लिए आप अपने लिंग तथा शारीरिक संरचना के अनुसार डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
शिलाजीत कौन सी बीमारी में काम आता है?
शिलाजीत का प्रयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों में किया जाता है शिलाजीत के प्रयोग के लिए उपरोक्त लेख में विस्तृत वर्णन किया गया है जिस के अध्ययन से आप जान सकते हैं कि शिलाजीत का प्रयोग कौन-कौन सी बीमारी में किया जाता है शिलाजीत का मुख्य रूप से उपयोग सेक्स समस्या से संबंधित बीमारियों के लिए किया जाता है।